टंडवा गांव में पुलिस पर पथराव, दो जवान जख्मी
- दो जवान हुए घायल संवाद सूत्र, रमना : थाना क्षेत्र के टंडवा गांव में शनिवार के देर रात्रि मारपीट की सूचना एवं कांड संख्या 75/1
रमना : थाना क्षेत्र के टंडवा गांव में शनिवार की देर रात्रि मारपीट की सूचना एवं कांड संख्या 75/18 के अनुसंधान करने पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। हमले में वाहन संख्या जेएच 14 बी 6452 का शीशा टूट गया । जबकि ग्रामीणों के पथराव से जवान नंदलाल राम तथा परमानंद ¨सह जख्मी हो गए। उग्र ग्रामीणों ने गांव मे गए सात जवानों को बंधक बना लिया था। घटना की सूचना मिलने के बाद विशुनपुरा व नगर उंटारी के जवानों के साथ देर रात पहुंचे पुलिस निरीक्षक सत्येन्द्र नरायण ¨सह ने लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद जख्मी जवानों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रमना में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए गढ़वा रेफर कर दिया गया। घटना के बाद जवान दुधनाथ राम के आवेदन पर 28 नामजद एवं एक सौ अज्ञात महिला व पुरुष पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक एएसआई अवधेश उपाध्याय के नेतृत्व मे जवान दुधनाथ राम, पतरस खलको, नंदलाल राम, पंकज कुमार, सोनू गुप्ता, राकेश दास, जितेन्द्र पासवान, घूरन उरांव, संजय ¨सह व परमानंद ¨सह थाना के दोनों वाहन से कांड संख्या 75/18 के पीड़िता टंडवा निवासी शीला देवी और उसके पति उमाशंकर पासवान की सूचना पर गांव में गए थे। पुलिस के पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कांड संख्या 75/18 के आरोपी के परिजन गांव नहीं रहने दे रहे हैं। लोगों को परेशान करते हैं। इसी दौरान ग्रामीणों चोर चोर का हल्ला शुरू कर दिया। हल्ला के दौरान पुलिस को घेर कर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में जवान नंदलाल राम व परमानंद ¨सह के जख्मी हो गए और पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।
-पहले भी हुआ है पुलिस पर हमला -
रमना थाना की पुलिस टंडवा में पहले भी ग्रामीणों का आक्रोश झेल चुकी है। वर्ष 2013 मे टंडवा मे रात्रि गश्ती पर निकले बीनू उरांव भी चोर के अफवाह मे ग्रामीणों के आक्रोश का शिकार बन गए थे मौके पर पहुंची अतिरिक्त पुलिस बल ने बीनू को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर अस्पताल में भर्ती कराया था। पक्ष
-उमाशंकर राम और रामचंद्र राम में पूर्व से विवाद (कांड संख्या 75/18) चला आ रहा है। मामले में रामचंद्र राम को जेल भेज दिया गया है। इधर उमाशंकर राम की पत्नी शीला देवी ने सूचना दी थी कि रामचंद्र राम के परिजन गांव में नहीं रहने दे रहे हैं। पंचायत के मुखिया द्वारा भी मामला सुलझाने का प्रयास किया था। मामले की सूचना पर पुलिस गांव में गई थी। इसी बीच ग्रामीणों ने हमला कर दिया।
-कलीम अख्तर खान, थाना प्रभारी, रमना