पारा शिक्षकों ने ई-विद्या वाहिनी का किया विरोध
रमना - बीआरसी रमना के प्रांगण में शनिवार को आयोजित पारा शिक्षकों की बैठक के दौरान सर्वसम्मति से ई विद्यावाहिनी और तबादले का विरोध करने का निर्णय लिया गया।इस अवसर पारा शिक्षको ने कहा कि जब तक समान कार्य के बदले समान वेतन नही मिलता तब तक वे लोग न बायोमैट्रिक हाजिरी बनाएंगे और न ही तबादले वाले स्कूलों में योगदान करेंगे।पारा शिक्षकों ने कहा कि सरकारी शिक्षको की तरह विद्यालय चयन में उनकी राय नही मांगी गयीं।जिसका परिणाम है कि दिव्यांग पारा शिक्षक का भी तबादला 1
रमना: बीआरसी परिसर में शनिवार को आयोजित पारा शिक्षकों की बैठक के दौरान सर्वसम्मति से ई विद्यावाहिनी और तबादले का विरोध करने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पारा शिक्षकों ने कहा कि जब तक समान कार्य के बदले समान वेतन नहीं मिलता तब तक वे लोग न बायोमीट्रिक पद्वति से हाजिरी बनाएंगे और न ही तबादले वाले स्कूलों में योगदान करेंगे। पारा शिक्षकों ने कहा कि सरकारी शिक्षकों की तरह विद्यालय चयन में उनकी राय नहीं मांगी गयी। जिसका परिणाम है कि दिव्यांग पारा शिक्षक का भी तबादला 18 किमी दूर कर दिया गया। ऐसी स्थिति में युक्तिकरण के नाम पर पारा शिक्षकों का शोषण करने वाली शिक्षा विभाग की नीति का अंतिम सांस तक विरोध किया जाएगा। पारा शिक्षकों ने कहा कि उनकी नियुक्ति ग्राम शिक्षा समिति के माध्यम से की गई है। ऐसे में तबादले का अधिकार भी उसी को है। यदि विभाग की ओर से तबादला किया जा रहा है तो उनका भी सेवा पुस्तिका खोलकर योगदान और वीरमन कराया जाय। वरना वे लोग इस नियमविरुद्ध तबादले को कतई स्वीकार नहीं करेंगे। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद ¨सह ने की। जबकि मौके पर नीरज पाठक, अजित कुमार, अनिल कुमार ,पीयुष प्रशांत, प्रवीण ¨सह, दिवाकर ¨सह, सतेंद्र बैठा, सच्चिदानंद यादव, प्रताप यादव, उपेंद्र गुप्ता, संतोष ¨सह, खुर्शीद आलम, बरकत हुसैन, ग्यासुद्दीन अंसारी, गणेश चन्द्रवंशी, मनोज राम, सुबोध कर्ण, राजीव रंजन सहित कई पारा शिक्षक मौजूद थे।