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नाइजीरिया में झारखंड, बिहार व उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक युवक बंधक, भारत लौटने की लगाई गुहार; जानें पूरा मामला

इन युवकों को पीएम इंटरप्राइजेज दरौली रोड मेरवा धाम सिवान (बिहार) द्वारा इस कंपनी में अप्रैल 2019 से नियोजित करवाया गया था। ये नाइजीरिया में अनसोर कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 10:48 AM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 10:48 AM (IST)
नाइजीरिया में झारखंड, बिहार व उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक युवक बंधक, भारत लौटने की लगाई गुहार; जानें पूरा मामला
नाइजीरिया में झारखंड, बिहार व उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक युवक बंधक, भारत लौटने की लगाई गुहार; जानें पूरा मामला

रमना (गढ़वा), जेएनएन। नाइजीरिया में काम करने गए झारखंड के दो दर्जन युवक समेत बिहार व उत्तर प्रदेश के दर्जनों युवकों को कामगारों और कंपनी प्रबंधन के बीच हुए विवाद के बाद वहां बंधक बना लिया गया है। इस दौरान युवकों की  काफी पिटाई भी की गई और अज्ञात जगह ले जाया गया है। इस घटना की जानकारी नाइजीरिया में फंसे गढ़वा जिले के रमना थाना क्षेत्र के बुल्का गांव के निवासी कमलेश यादव (30 वर्षीय) ने वाट्सएप से वीडियो भेज कर अपने परिजनों को दी।

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पीडि़त युवकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाते हुए उन्हें जल्द से जल्द मुक्त कराने की अपील की है। कमलेश समेत दर्जन भर से अधिक युवाओं ने नाइजीरिया से भेजे गए वाट्सएप ऑडियो व वीडियो में बताया है कि झारखंड के गढ़वा जिले से कमलेश अकेला है, वहीं पलामू के 25 युवक भी उसके साथ बंधक बने हुए हैं। बिहार के छपरा, सिवान, सासाराम व उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, कुशीनगर, बाराबंकी समेत कई जिलों के लोगों को भी बंधक बना लिया गया है।

ये सभी लोग नाइजीरिया में अनसोर कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत हैं, जिसका एक ऑफिस विक्रोली मुंबई में भी है। इन युवकों को पीएम इंटरप्राइजेज, दरौली रोड, मेरवा धाम सिवान (बिहार) द्वारा इस कंपनी में अप्रैल 2019 से नियोजित करवाया गया था। अब सभी युवक दहशत में हैं। उन्हें बंधक बनाकर अज्ञात जगह पर ले जाया जा रहा है और उन्हें डर है कि कहीं उनकी हत्या न कर दी जाए।

सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भारत के विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार लगाई है कि उन्हें जल्द से जल्द मुक्त करवाया जाए। घटना की जानकारी मिलने के बाद कमलेश के परिजन चिंतित हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

हमें इसकी जानकारी अभी नहीं है। जानकारी होने के बाद ही कुछ कह सकूंगा। - हर्ष मंगला, उपायुक्त, गढ़वा।

एक साल के एग्रीमेंट पर युवकों को नाइजीरिया भेजा गया था। एग्रीमेंट में है कि दस घंटे काम करेंगे, लेकिन ये लोग आठ घंटे काम करने पर अड़े हुए हैं। एक सप्ताह से भारत से गए युवकों ने वहां हंगामा कर रखा है। कामकाज ठप है, इसलिए कुछ मजदूरों को वापस भेज दिया गया है। - पप्पू यादव, प्रोपराइटर, पीएम इंटरप्राइजेज, दरौली रोड, मेरवा धाम सिवान, बिहार।


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