शादी का कार्ड लेने जा रहे युवक की हादसे में मौत
नेशनल हाइवे 133 हंसडीहा - देवघर मुख्य मार्ग पर हंसडीहा थाना क्षेत्र के बनहेती मोड़ के समीप गुरुवार की शाम तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में बाइक चला रहे आशीष कुमार झा की मौके पर ही मौत हो गई वहीं चचेरा भाई अभिषेक कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। आशीष की शादी इसी माह 11 दिसंबर को होनी थी और वह शादी का कार्ड लेने हंसडीहा स्थित प्रिटिग प्रेस जा रहा था। मृत आशीष और घायल अभिषेक सरैयाहाट थाना क्षेत्र के खोजवा गांव के रहने वाले हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर घायल को सरैयाहाट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है।
संवाद सहयोगी, हंसडीहा :
नेशनल हाइवे 133 हंसडीहा - देवघर मुख्य मार्ग पर हंसडीहा थाना क्षेत्र के बनहेती मोड़ के समीप गुरुवार की शाम तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में बाइक चला रहे आशीष कुमार झा की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं चचेरा भाई अभिषेक कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। आशीष की शादी इसी माह 11 दिसंबर को होनी थी और वह शादी का कार्ड लेने हंसडीहा स्थित प्रिटिग प्रेस जा रहा था। मृत आशीष और घायल अभिषेक सरैयाहाट थाना क्षेत्र के खोजवा गांव के रहने वाले हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर घायल को सरैयाहाट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है।
स्वजनों ने बताया कि आशीष चचेरे भाई अभिषेक के साथ बाइक लेकर हंसडीहा अपनी शादी का कार्ड लेने जा रहा था। हंसडीहा जल्दी पहुंचने के चक्कर मे बाइक असंतुलित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। जिससे आशीष की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि भाई गंभीर रुप से जख्मी हो गया। सूचना मिलने पर हंसडीहा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को सरैयाहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। बजनी थी शहनाई, उठी अर्थी
हंसडीहा में गुरुवार की शाम सड़क दुर्घटना में मरने वाले आशीष की इसी माह शादी होने वाली थी। घर में शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी। बस कार्ड बांटना बाकी था। दूल्हे के घोड़ी पर चढ़ने से पहले ही उसकी अर्थी सज गई। मृतक की एक बहन का घर हंसडीहा में ही है। उसकी बहन ने बताया कि उसके मायके में भाई की शादी की तैयारी जोरों पर चल रही थीं। भाई भी शादी को लेकर काफी उत्साहित था। उसने हंसडीहा के ही एक प्रिटिग प्रेस में शादी का कार्ड छपाई के लिए दिया था। उसे लेने जा रहा था। मौत की खबर मिलते ही घर के लोग थाना पहुंच गए। गांव खोजवा और हंसडीहा में रहने वाले मृतक के स्वजनों की चीत्कार से हंसडीहा थाना का परिसर गमगीन हो गया। घर का इकलौता चिराग था आशीष
आशीष अपने घर का इकलौता बेटा था। वह दिल्ली की एक कंपनी में कार्य करता था। उसके पिता ग्राम प्रधान हैं। 11 दिसम्बर को शादी को लेकर ही वह घर आया था। काफी हंसमुख और मिलन स्वभाव के आशीष की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद उसके मित्र बड़ी संख्या में उसे देखने पहुंचे। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि गांव का एक होनहार लड़का अब उनके बीच नहीं रहा। वह दिल्ली से जब भी घर आता था तो दोस्तों के साथ अक्सर आसपास के खेल मैदानों में क्रिकेट खेलने आते रहता था।