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जिले में रोजगार की कमी के कारण हो रहा बाल तस्करी : डीसी

दुमका नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रही रांची की प्रतिज्ञा संस्था की ओर से शनिवार को कन्या उच्च विद्यालय में बाल दुव्र्यापार मुक्त भारत के लिए जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि बाल दुव्र्यापार देश की ज्वलंत विषय है। सरकार एवं श्रम विभाग लगातार इसपर काम कर रहा है। अफसोस की बात है कि समाज में हम जिस तरह से बात करते हैं कि बच्चे हमारे भविष्य हैं आने वाली पीढ़ी के लिए एक अच्छा माहौल बनाना है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 06:45 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 06:16 AM (IST)
जिले में रोजगार की कमी के कारण हो रहा बाल तस्करी : डीसी
जिले में रोजगार की कमी के कारण हो रहा बाल तस्करी : डीसी

फोटो 06,07

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जागरण संवाददाता, दुमका :

नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रही रांची की प्रतिज्ञा संस्था की ओर से शनिवार को कन्या उच्च विद्यालय में बाल दुव्र्यापार मुक्त भारत के लिए जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि बाल दुव्र्यापार देश की ज्वलंत विषय है। सरकार एवं श्रम विभाग लगातार इसपर काम कर रहा है। अफसोस की बात है कि समाज में हम जिस तरह से बात करते हैं कि बच्चे हमारे भविष्य हैं आने वाली पीढ़ी के लिए एक अच्छा माहौल बनाना है। इसी समाज में बच्चों के जरिए कमाने वाले लोग भी हैं। सबसे पहले समाज को यह आवाज उठाना चाहिए कि ऐसे लोगों की कड़ी निदा करें। यह संदेश समाज के जरिए उन लोगों को देना बहुत जरूरी है। कई परिवारों में अपने ही लोग झूठ बोलकर धोखा देते हैं। शिक्षा एवं जागरूकता की कमी होने के कारण लोग उनकी बातों में आ जाते हैं और बच्चों को अलग-अलग जगह भेजकर बाल मजदूरी कराते हैं। सभी विभाग एवं फाउंडेशन अपने स्तर से इस विषय पर कार्य कर रहा है। चाइल्ड कमेटी की बैठक के माध्यम से कई सारे बच्चों से संबंधित शिकायत मिली है, उनका निष्पादन किया जा रहा है। दुमका में रोजगार की कमी की वजह से बच्चे तस्करी का शिकार होते हैं। आíथक स्थिति खराब होने के कारण लोग अपने बच्चों के जरिए कमाना चाहते हैं। ऐसे मानसिकता वाले लोगों पर भी सरकार संज्ञान ले रही है। उनपर कार्रवाई की जा रही है।

स्कूल के अलावा अभिभावक अपने बच्चों को कहीं भी कार्य करने के लिए नहीं भेज सकते हैं। नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाती है। 30 फीसद बच्चों को स्कूल लाना बहुत बड़ा चैलेंज हैं। विद्यालयों में बेहतर व्यवस्था की जा रही है। कार्यक्रम का संचालन संस्था की अध्यक्ष रश्मि कुमारी ने किया। कार्यशाला में समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती, एसडीपीओ पूज्य प्रकाश, डीईओ पूनम कुमारी, प्राचार्य विभा कुमारी, जेजेबी के सदस्य कुमार प्रभात, श्रम उपाधीक्षक शैलेन्द्र कुमार साह, सीडब्ल्यूसी सदस्य सुमिता सिंह, रंजन कुमार सिन्हा, रमेश साह, रेणु कुमारी, मनोज कुमार घोष, प्रदीप्त मुखर्जी, सुमन सिंह, रिकी, श्यामदेव हेम्ब्रम, संदीप कुमार, एनके रावत आदि भी मौजूद थे।


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