बच्चा चोरी के शक में हिसा की शिकार होने से बची महिला
हंसडीहा जिले में पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद बच्चा चोरी के अफवाह में अज्ञात और अर्द्धविक्षिप्त लोगों खासकर महिलाओं पर जानलेवा हमले की घटना रूकने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को हंसडीहा थाना के गंगवारा हाट में बच्चा चोर के आरोप में अर्द्धविक्षिप्त महिला पर जानलेवा हमले के दूसरे ही दिन मंगलवार को हंसडीहा बाजार के शिव मंदिर प्रांगण में एक महिला बच्चा चोर के आरोप में भीड़ का शिकार होने से बच गई।
हंसडीहा : जिले में पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद बच्चा चोरी के अफवाह में अज्ञात और अर्द्धविक्षिप्त लोगों खासकर महिलाओं पर जानलेवा हमले की घटना रूकने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को हंसडीहा थाना के गंगवारा हाट में बच्चा चोर के आरोप में अर्द्धविक्षिप्त महिला पर जानलेवा हमले के दूसरे ही दिन मंगलवार को हंसडीहा बाजार के शिव मंदिर प्रांगण में एक महिला बच्चा चोर के आरोप में भीड़ का शिकार होने से बच गई। गनीमत थी कि हंसडीहा थाना के एएसआइ अनुरंजन मिज समय रहते पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और महिला को भीड़ के चंगुल से आजाद कराया। भीड़ में इतना आक्रोश था कि पुलिस को महिला को ले जाने से रोका।
मंगलवार को हंसडीहा में साप्ताहिक हाट होने की वजह से काफी भीड़ थी। घटना के वक्त भीड़ इतनी उतावली थी कि किसी की कोई बात सुनने को तैयार ही नहीं थी। महिला के बारे में बताया गया कि वह गोड्डा के कुम्हार टोला की रहनेवाली है और भटकते हुए हंसडीहा आ गई। यहां वह पिछले दो दिनों से भीख मांगते दिख रही थी। हंसडीहा पुलिस ने महिला को हंसडीहा के ही खुटहन गांव में रहनेवाली उसके संबंधी घनश्याम मंडल को सौंप दिया। हंसडीहा थाना में पूछताछ के दरम्यान पता चला कि वह महिला मानसिक रूप से बीमार है। लोगों ने इस सराहनीय कार्य के लिए हंसडीहा पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि जिले में उन्मादी हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसके लिए प्रशासन को सिर्फ अर्द्धविक्षिप्त लोगों को भीड़ से सिर्फ बचाने से कुछ नहीं होगा। इसके लिए प्रशासन को अर्द्धविक्षिप्त लोगों को इलाज के लिए मानसिक अस्पताल में इलाज और भटके लोगों के परिजनों की तलाश कर घर तक पहुंचाने का भी काम करना होगा।