किसानों को मिली सिचाई की सुविधा तो कर रहे गरमा धान की खेती
मसानजोर डैम के अधीन मयूराक्षी बायां तट मुख्य नहर से रबी एवं गरमा धान की खेती के लिए किसानों के खेत में तीसरे किस्त की पटवन के लिए सोमवार से सिचाई जल मुहैया कराया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, रानीश्वर: मसानजोर डैम के अधीन मयूराक्षी बायां तट मुख्य नहर से रबी एवं गरमा धान की खेती के लिए किसानों के खेत में तीसरे किस्त की पटवन के लिए सोमवार से सिचाई जल मुहैया कराया जा रहा है। मंगलवार को सिचाई प्रमंडल दुमका के अभियंताओं के एक दल ने सिचाई विभाग के कर्मचारियों के साथ दुमका प्रखंड के रानीबहाल, देवानबाड़ी, कठहलडीहा के साथ रानीश्वर प्रखंड के सादीपुर, किस्तपुर, हकिकतपुर, नीमबनी, जयपहाड़ी, कुमीरदहा, रंगालिया, लकराघाटी मौजा का सघन दौरा कर पटवन कार्य का जायजा लिया।
इस दौरान अभियंताओं ने किसानों से विचार-विमर्श कर कई जानकारी भी हासिल की। कनीय अभियंता अमरजीत रजक के साथ अनूप कुमार, रवि रंजन एवं सुरेंद्र सोरेन ने किसानों से मिलकर पटवन की सुविधा के बारे में जानकारी ली। टीम के सदस्यों ने बताया हैं कि एमएलबीसी से यहां रबी एवं गरमा फसल में 2000 हेक्टेयर जमीन को सिचाई उपलब्ध कराने की लक्ष्य है। वही खरीफ फसल में 8100 हेक्टेयर जमीन को पटवन उपलब्ध कराया जाता है। केंद्र सरकार के कमांड एरिया डेवलपमेंट योजना के तहत यहां 190 किलोमीटर ग्राम नाला का पक्कीकरण कराया गया है। साथ ही विभाग द्वारा मुख्य नहर के 20 किलोमीटर लंबा कैनाल का भी पक्कीकरण करा लिया गया है। यहां मुख्य नहर से 20 जून तक पटवन के लिए सिंचाई जल उपलब्ध कराया जाएगा।
अभियंताओं ने निरीक्षण के क्रम में कई किसानों को अपने खेत में पटवन करते देखा। सादीपुर में राजू खैरा एवं कृष्ण बागती अपने धान के बिचड़े को सींच रहे थे। राजू ने कहा कि जून महीने के अंतिम सप्ताह तक सिंचाई जल उपलब्ध होगा, इसी भरोसे उसने दो हेक्टेयर जमीन में गरमा धान की रोपनी की तैयारी शुरू कर दी है।