दो साइबर अपराधी धराए, 2.47 लाख बरामद
दुमका मुफस्सिल थाना की पुलिस ने सोमवार को दो साइबर अपराधियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। बीते शनिवार को तीन को पुलिस ने हिरासत में लिया था। जिसके बाद से तीनों से पूछताछ चल रही थी। वहीं पूछताछ के बाद एक युवक को छोड़ दिया गया। जेल भेजे जाने वाले में रामगढ़ का 23 वर्षीय अशोक भंडारी व 22 वर्षीय रोहित मंडल है। पुलिस ने उनके पास से 2.47 लाख रुपया सात एटीएम कार्ड पांच मोबाइल लैपटाप एक पासबुक व एक बाइक बरामद की है। पुलिस उनके आपराधिक रिकार्ड खंगालने में लगी है।
बाइक, एटीएम कार्ड, लैपटाप व बैंक पासबुक बरामद
पुलिस खंगाल रही अपराधियों के रिकार्ड
जागरण संवाददाता, दुमका : मुफस्सिल थाना की पुलिस ने सोमवार को दो साइबर अपराधियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। बीते शनिवार को तीन को पुलिस ने हिरासत में लिया था। जिसके बाद से तीनों से पूछताछ चल रही थी। वहीं पूछताछ के बाद एक युवक को छोड़ दिया गया। जेल भेजे जाने वाले में रामगढ़ का 23 वर्षीय अशोक भंडारी व 22 वर्षीय रोहित मंडल है। पुलिस ने उनके पास से 2.47 लाख रुपया, सात एटीएम कार्ड, पांच मोबाइल, लैपटाप, एक पासबुक व एक बाइक बरामद की है। पुलिस उनके आपराधिक रिकार्ड खंगालने में लगी है।
गिरफ्तार साइबर अपराधियों को के बारे में जानकारी देते हुए सोमवार को मुफस्सिल थाना में एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि साइबर डीएसपी श्रीराम समद को साइबर अपराधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया था। इसी क्रम में बीते शनिवार को मुफस्सिल थाना की पुलिस श्रीअमड़ा के पास वाहनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान बाइक सवार दो युवक आए। पुलिस को देखकर एक आरोपी भाग निकला। इसी क्रम में अशोक भंडारी पकड़ में आ गया। उसकी निशानदेही पर रोहित को भी पकड़ा गया। दोनों की निशानदेही पर रुपया समेत सारा सामान बरामद किया गया। दोनों ने स्वीकार किया कि वे लोग लंबे समय से साइबर अपराध कर रहे हैं और कई लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। एसपी ने बताया कि दोनों की गिरफ्तार किसी केस में नहीं की गई है। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पकड़ा गया है। यह जानने का प्रयास किया जा रहा है, इन लोगों ने किन लोगों को अपना शिकार बनाया है।
दोनों के खिलाफ अब तक नहीं दर्ज है एक भी मामला
एसपी ने बताया कि दोनों से पूछताछ में स्वीकार किया है दोनों युवक काफी समय से साइबर अपराध में लिप्त है। लेकिन अब तक दोनों के खिलाफ जिले या इसके आसपास के जिलों के किसी थानों में कोई मामला दर्ज नहीं था।
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश
एसपी ने बताया कि साइबर अपराध में इन दोनों के अलावा और भी लोग शामिल हैं। सभी की कुंडली खंगाली जा रही है। दुमका को जामताड़ा की तरह साइबर हब बनने नहीं दिया जाएगा। लगातार अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। ये लोग कहीं से भी बैठकर आसानी से लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं।