रंगदारी के लिए ठेकेदार की जेसीबी पर गोली चलाने के दो आरोपित धराए
20 लाख की रंगदारी मांगने और डराने के लिए उसकी जेसीबी पर गोली चलाने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया।
जागरण संवाददाता, दुमका: जरमुंडी के बजरंगबली मोड़ के समीप रहने वाले ठेकेदार विकास कुमार से 20 लाख की रंगदारी मांगने और डराने के लिए उसकी जेसीबी पर गोली चलाने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपितों के नाम रंजय राय और दिलीप पुजहर हैं। दिलीप को जरमुंडी पुलिस ने पिछले साल हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। सात जनवरी 18 को वह सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में तैनात जवानों को चकमा देकर फरार हो गया था। वहीं इस हमले के मास्टरमाइंड गंगाधर मांझी और चुनचुन मांझी की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
शनिवार को आवासीय कार्यालय में जानकारी देते हुए एसपी वाईएस रमेश ने बताया कि विकास कुमार अपनी जेसीबी को भाड़े पर चलाता है। जरमुंडी निवासी गंगाधर व दिलीप ने 27 सितंबर को विकास को मोबाइल पर धमकी देकर 20 लाख की रंगदारी मांगी थी। विकास ने देने से साफ मना कर दिया था। पांच अक्टूबर को गंगाधर, चुनचुन, दिलीप व रंजय ने परती डंगाल में शराब पी और साजिश रची कि विकास को डराने के लिए उसकी जेसीबी पर गोली चलाना है। चुनमुन ने हथियार की व्यवस्था की। सभी जेसीबी के शीशे पर गोली चलाकर फरार हो गए। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ अनिमेष नथानी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। तकनीकी अनुसंधान के आधार पर जरमुंडी के दामुसिधा निवासी रंजय राय को पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर सिटिकबोना से दिलीप पुजहर को पकड़ा गया। पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह स्वीकार किया। गंगाधर व चुनचुन ही साजिश के मास्टरमाइंड हैं। जिस हथियार से गोली चलाई गई थी, वह उनके ही पास है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
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जेल में हुई थी गंगधर व चुनचुन की दोस्ती
एसपी ने बताया कि जेल में ही गंगाधर व चुनचुन की दोस्ती हुई थी। जेल से छूटने के बाद दोनों साथ रहने लगे। इसी क्रम में चुनचुन और रंजय की दोस्ती हुई। इन लोगों की मुलाकात दिलीप से हुई थी वह इनके गैंग में शामिल हो गया। रंजन ने ही विकास का मोबाइल नंबर गंगाधर को दिया था। इसके बाद सभी ने मिलकर विकास से रंगदारी मांगने की साजिश रची।
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पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ था दिलीप
जरमुंडी पुलिस ने जामा में हुए एक हत्याकांड में चार जुलाई 16 को दिलीप पुजहर को गिरफ्तार किया था। पिछले साल जनवरी माह में दिलीप को इलाज के लिए सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया था। सात जनवरी 18 को वह तैनात जवानों को चकमा देकर फरार हो गया था। कई बार प्रयास करने पर भी हाथ नहीं आया।