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साल में चार बार अवश्य होगी शिक्षक-अभिभावक गोष्ठी

दुमका झारखंडअधिविद्य परिषद रांची की ओर से कक्षा 8 से कक्षा 12 तक के छात्रा-छात्राओं के पंजीयन परीक्षा एवं मूल्यांकन के लिए गुणवत्ता शिक्षा से संबंधित एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. अरविंद प्रसाद सिंह अध्यक्ष झारखंड अधिविद्य परिषद रांची ने कहा कि हर एक कक्षा में नियमित रूप से सावधिक परीक्षा होगी। हर एक तीन महीने पर शिक्षक- अभिभावक गोष्ठी का करना है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 06:11 PM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 06:11 PM (IST)
साल में चार बार अवश्य होगी शिक्षक-अभिभावक गोष्ठी
साल में चार बार अवश्य होगी शिक्षक-अभिभावक गोष्ठी

दुमका : झारखंडअधिविद्य परिषद रांची की ओर से कक्षा 8 से कक्षा 12 तक के छात्रा-छात्राओं के पंजीयन, परीक्षा एवं मूल्यांकन के लिए गुणवत्ता शिक्षा से संबंधित एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. अरविंद प्रसाद सिंह, अध्यक्ष झारखंड अधिविद्य परिषद रांची ने कहा कि हर एक कक्षा में नियमित रूप से सावधिक परीक्षा होगी। हर एक तीन महीने पर शिक्षक- अभिभावक गोष्ठी का करना है। मूल्यांकन कार्य को काफी गंभीरता से अंजाम देना है। वाíषक, माध्यमिक एवं इंटर की परीक्षा के मूल्यांकन में पूर्व के वर्ष से प्रधान परीक्षक को उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन कार्य से मुक्त करते हुए उन्हें अंकों के रीटोटलिग का कार्य दिया गया था। यह प्रयोग काफी सफल रहा। परीक्षाफल में कम त्रुटियां पाई गई। इसलिए यह यथावत रहेगा।

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प्लस टू कन्या उच्चवि में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि विद्यालय स्तरीय आंतरिक मूल्यांकन में उपस्थिति के आधार पर छात्रों का अंक निर्धारण किया गया है। 80-100 प्रतिशत उपस्थितिवाले छात्रों को 5 अंक, 60-80 प्रतिशत उपस्थिति पर 4 अंक, 50-60 प्रतिशत को 3 अंक, 40-50 प्रतिशत पर 2 अंक एवं 30-40 प्रतिशत उपस्थिति पर 1 अंक देने का प्रावधान किया गया है। 30 प्रतिशत से कम उपस्थितिवाले छात्रों को शून्य अंक दिया जाएगा। इसी प्रकार सावधिक परीक्षा, परियोजना कार्य, शैक्षणिक, सहगामी क्रियाशीलन पर भी अंक का निर्धारण इसी तर्ज पर होगा।

विशिष्ट अतिथि कुणाल प्रभारी आइटी सेल, झारखंड अधिविद्य परिषद ने कक्षा 8 एवं 9 के छात्र-छात्राओं के पंजीयन फार्म भरने की बारीकियों पर प्रकाश डाला। जन्मतिथि, फोटो, हस्ताक्षर विद्यालय प्रधान सुनिश्चित करेंगे कि वह सब सही सही भरा गया है। आवेदन के बाद चेक लिस्ट को सावधानी से जांचने के बाद ही काउंसिल को भेजेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजकुमार प्रसाद सिंह, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने कहा कि जो मार्गदर्शन दिया गया है उसका हर स्कूल अक्षरश: पालन करेंगे। जिला शिक्षा अधीक्षक मारियागोरेती तिर्की ने कार्यशाला की गंभीरता पर अपनी बातों को रखा। ओएसडी अधिविद्य परिषद क्षेत्रीय कार्यालय दुमका ने ऑनलाइन आवेदन, पंजीयन, परीक्षा फॉर्म को तैयार करने में आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी ताकि त्रुटियां कम हो। कार्यक्रम में बीइइओ, डीपीओ, स्कूल के प्रधानाध्यापकों ने भाग लिया।

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आरसी सिन्हा


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