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प्रभु के पदचिह्नों को आत्मसात करने की दरकार

दलाही : मसलिया प्रखंड के मसानजोर पंचायत अंतर्गत रंगामटिया गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञानकथा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं के बीच कथावाचन करते हुए दामोदर दास बाबाजी भगवान कृष्ण के बाल लीलाओं में पुतना वध, बकासुर वध, कालिया दमन, जैसे प्रासंगिक कथाओं को सुनाया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Feb 2019 04:50 PM (IST)Updated: Wed, 06 Feb 2019 04:50 PM (IST)
प्रभु के पदचिह्नों को आत्मसात करने की दरकार
प्रभु के पदचिह्नों को आत्मसात करने की दरकार

दलाही : मसलिया प्रखंड के मसानजोर पंचायत अंतर्गत रंगामटिया गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञानकथा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं के बीच कथावाचन करते हुए दामोदर दास बाबाजी भगवान कृष्ण के बाल लीलाओं में पुतना वध, बकासुर वध, कालिया दमन, जैसे प्रासंगिक कथाओं को सुनाया। कथावाचक ने कहा कि भगवान जिस प्रकार से बाल स्वरुप में निश्छल, निष्कपट और निष्काम थे ठीक वैसे ही हम कथा अनुश्रवण करने वालों को भी उनके पदचिह्नों पर चलकर कार्य करना चाहिए तभी कथा सुनने का फल मिल पाता है। साप्ताहिक ज्ञानयज्ञ का आयोजन रंगामटिया के समस्त ग्रामीणों के द्वारा किया जा रहा है। सीताकोहबर, खेड़बोना, मोहलीडीह, करमाटांड़, जेरूवा, फतेहपुर, ¨सगटूटा, परबाद, गुमरो, सीरमाकाजल, बटुबथान, तेतरिया डंगाल के ग्रामीण कथा श्रवण मंडप में पहुंचकर कथा का आनंद ले रहे हैं।

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