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मनरेगा कर्मियों के हड़ताल का असर जल है जहान है फेज टू पर

सरैयाहाट : अपनी मांगों के समर्थन में बेमियादी हड़ताल पर चल रहे मनरेगा कर्मियों की वजह से सरैयाहाट में जल है जहान है योजना फेज टू के तहत होनेवाले ¨सचाई कूप निर्माण के कार्य पर सीधा असर पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 06:19 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 06:19 PM (IST)
मनरेगा कर्मियों के हड़ताल का असर जल है जहान है फेज टू पर
मनरेगा कर्मियों के हड़ताल का असर जल है जहान है फेज टू पर

सरैयाहाट : अपनी मांगों के समर्थन में बेमियादी हड़ताल पर चल रहे मनरेगा कर्मियों की वजह से सरैयाहाट में जल है जहान है योजना फेज टू के तहत होनेवाले ¨सचाई कूप निर्माण के कार्य पर सीधा असर पड़ा है। इस योजना के तहत 20 फीट गोलाई एवं 30 फीट गहरा ¨सचाई कूप निर्माण कराया जाना है लेकिन मनरेगा कर्मी, रोजगार सेवक एवं बीपीओ की हड़ताल पर रहने के कारण कूप निर्माण का कार्य नहीं हो पा रहा है। प्रखंड में एक भी ¨सचाई कूप का निर्माण नहीं हो रहा है। सरकार भी मनरेगा कर्मियों की मांग को अनदेखी कर रही है। जिसके कारण कूप निर्माण सहित अन्य योजनाओं का निर्माण कार्य बाधित है। पूरे जिले में 27 दिसंबर को 1100 कूप निर्माण का लक्ष्य को लेकर कूप निर्माण की शुरुआत उपायुक्त मुकेश कुमार की अगुवाई में प्रखंड के चंदुबथान पंचायत के भेलवाडंगाल गांव के लाभुक धनराज कुंवर के कूप निर्माण कार्य से की गई थी लेकिन इसके बाद से निर्माण कार्य बंद है। सरैयाहाट प्रखंड में जल है जहान है के तहत 100 से अधिक कूप निर्माण की स्वीकृति दी गई है। तकरीबन 20 दिन बीत जाने के बाद भी प्रथम चरण का कूप निर्माण पर हड़ताल का सीधा असर दिख रहा है। झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष देवलाल बेसरा बताते हैं कि सरकार की हठधर्मिता के कारण योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पा रही हैं। कम से कम सरकार को किसान हित को ध्यान में रखकर ही कूप निर्माण के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर लेनी चाहिए।

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