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कलस्टर से गंतव्य तक सामग्री भेजने की व्यवस्था करे प्रशासन

दुमका विधानसभा चुनाव के सफलतापूर्वक संचालन को लेकर जिला स्कूल में पीठासीन पदाधिकारी के रुप में प्रतिनियुक्त मतदानकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान पीठासीन पदाधिकारियों को मतदान से पूर्व मतदान के दौरान तथा मतदान के समाप्ति के पश्चात उनके कार्य एवं दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। वरीय पदाधिकारी ने प्रशिक्षुओं से मतदान से संबंधित कई प्रश्न भी किए जिसे पूरे आत्मविश्वास के साथ प्रशिक्षुओं ने जवाब दिया। प्रशिक्षण में सैद्धान्तिक एवं व्यवहारिक माध्यमों के साथ-साथ प्रोजेक्टर का भी प्रयोग किया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 08:09 PM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 08:09 PM (IST)
कलस्टर से गंतव्य तक सामग्री भेजने की व्यवस्था करे प्रशासन
कलस्टर से गंतव्य तक सामग्री भेजने की व्यवस्था करे प्रशासन

दुमका : विधानसभा चुनाव के सफलतापूर्वक संचालन को लेकर जिला स्कूल में पीठासीन पदाधिकारी के रुप में प्रतिनियुक्त मतदानकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान पीठासीन पदाधिकारियों को मतदान से पूर्व, मतदान के दौरान तथा मतदान के समाप्ति के पश्चात उनके कार्य एवं दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। वरीय पदाधिकारी ने प्रशिक्षुओं से मतदान से संबंधित कई प्रश्न भी किए, जिसे पूरे आत्मविश्वास के साथ प्रशिक्षुओं ने जवाब दिया। प्रशिक्षण में सैद्धान्तिक एवं व्यवहारिक माध्यमों के साथ-साथ प्रोजेक्टर का भी प्रयोग किया गया।

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पदाधिकारियों ने मतदान के दौरान आनेवाली कुछ व्यावहारिक समस्याओं की ओर वरीय पदाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया। पीठासीन पदाधिकारियों का कहना था कि दुमका में कुछ विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत अधिकांश मतदान केंद्र किसी न किसी कलस्टर प्वाइंट से जुड़े होते हैं। जहां से मतदान के दिन तड़के मतदान कर्मियों को अपनी जरूरत के सामानों के साथ साथ तमाम इलेक्ट्रॉनिक वोटिग मशीन जिसमें कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट तथा वीवीपैट शामिल होते हैं, क्लस्टर प्वाइंट से उठाकर मतदान केंद्रों तक ले जाना होता है। कई मतदान केंद्र ऐसे होते हैं जो कलस्टर से 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित होते हैं। ऐसे में शिक्षकों द्वारा भारी ईवीएम मशीन के साथ पैदल चलकर मतदान केंद्र पहुंचना तथा समय पर मॉकपोल एवं मतदान आरंभ करना बेहद जटिल होता है। कई मतदानकर्मी ऐसे होते हैं जिन्हें पैदल चलने का अनुभव नहीं होता। कुछ मतदान कर्मी यदि पैदल चल भी लें तो उनके लिए भारी सामान के साथ पैदल चलना बेहद कठिन होता है। ऐसे में शिक्षकों ने मांग किया कि कलस्टर से मतदान केंद्र तक मतदान में प्रयुक्त होनेवाले तमाम सामग्री मतदान केंद्रों तक ले जाने के लिए प्रशासन द्वारा मुकम्मल व्यवस्था की जाए। ताकि शारीरिक और मानसिक थकान से रहित होकर मतदान कर्मी बेहतर ढंग से मतदान कार्य को संपन्न कर सकें। शिक्षकों का यह भी कहना था कि कलस्टर पर सुरक्षाकर्मी पहले से मौजूद होते हैं,जो वहां उपलब्ध तमाम संसाधनों पर पूर्व में ही कब्जा बना लेते हैं। जिस समय मतदानकर्मी कलस्टर पहुंचते हैं तो वहां उनके ठहरने, सोने, खाने एवं अन्य दैनिक जरूरतों की पूíत के लिए कोई व्यवस्था नहीं होता। कई मतदानकर्मियों को मतदान के एक दिन पूर्व रात में जागकर समय बिताना होता है। ऐसे में सुबह उनसे तत्परता पूर्वक कार्य का संपादन हो पाना कठिन होता है। इसके लिए सुरक्षाकर्मियों को प्रशासनिक स्तर पर मतदानकर्मियों के लिए उपलब्ध कराए गए संसाधनों पर कब्जा न किए जाने का स्पष्ट निर्देश दिया जाए।


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