शिक्षको का कीड़ा लगी दाल लेने से इंकार
मसलिया : शिक्षा विभाग एमडीएम को लेकर कितना गंभीर है, इस बात का अंदाजा कीड़ा लगी दाल देखकर लगाया जा सकता है। शनिवार को शिक्षकों ने बच्चों के लिए दी जानेवाली खराब दाल को लेने से इंकार कर दिया।
मसलिया : शिक्षा विभाग एमडीएम को लेकर कितना गंभीर है, इस बात का अंदाजा कीड़ा लगी दाल देखकर लगाया जा सकता है। शनिवार को शिक्षकों ने बच्चों के लिए दी जानेवाली खराब दाल को लेने से इंकार कर दिया।
राष्ट्रीय पोषाहार योजना कार्यक्रम के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2018-19 में मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के लिए मसलिया प्रखंड को जो दाल आवंटित की गई हैं, वह पूरी तरह से खराब हो चुकी है और उसमें कीड़ा तक लग गया है। शनिवार को जब शिक्षक दाल लेने के लिए बीआरसी भवन गए तो
कीड़ायुक्त अरहर दाल से मना कर दिया। शिक्षक सुबल यादव, विकास साह, दुलाल पंडित, बाबूश्वल टुडू, निर्मला मरांडी, अजय कुमार दे, बाबूधन सोरेन, सुरेंद्र मुर्मू, रंजीत कुमार मुर्मू, रूपलाल मंडल, सहदेव सोरेन, नीलकंठ माझि, प्रेमा कुमारी, लक्ष्मी हांसदा, प्रेमलता हेंब्रम आदि ने कहा कि जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम देवघर द्वारा आवंटित अरहर दाल कीड़ायुक्त है और बच्चे बीमार पड़ सकते हैं। यह दाल जानवर को खिलाने लायक भी नही हैं। इस प्रकार राज्य खाद्य निगम स्कूली बच्चों की ¨जदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा है। इस प्रकार स्कूली छात्र के लिए कीड़ा लगा हुआ अरहर दाल भेजे जाने से शिक्षकों में आक्रोश है और सभी ने एक स्वर में दाल लेने से मनाकर दिया। राज्य खाद्य निगम देवघर द्वारा विद्यालय में मध्याह्न भोजन के लिए 106 ¨क्वटल अरहर व मसूर की दाल मसलिया को भेजी है।