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मोबाइल लेकर कर रहे थे मूल्यांकन, अवर सचिव ने रोका तो भड़क गए परीक्षक

दुमका : नेशनल स्कूल में मंगलवार को इंटर गणित विषय की उत्तर पुस्तिका जांचने के क्रम में अवर सचिव के अ

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 May 2018 06:57 PM (IST)Updated: Tue, 15 May 2018 06:57 PM (IST)
मोबाइल लेकर कर रहे थे मूल्यांकन, अवर सचिव ने रोका तो भड़क गए परीक्षक
मोबाइल लेकर कर रहे थे मूल्यांकन, अवर सचिव ने रोका तो भड़क गए परीक्षक

दुमका : नेशनल स्कूल में मंगलवार को इंटर गणित विषय की उत्तर पुस्तिका जांचने के क्रम में अवर सचिव के अभद्र व्यवहार पर परीक्षक भड़क गए और मूल्यांकन कार्य बंद कर उनके खिलाफ नारेबाजी की। परीक्षकों के आक्रोश को देखते हुए सचिव प्राचार्य कक्ष में घुस गए। जैक अध्यक्ष व क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने स्कूल आकर परीक्षकों के आक्रोश को समाप्त कराया। इस कारण एक घंटे तक मूल्यांकन कार्य बंद रहा।

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दरअसल नेशनल स्कूल में अभी इंटर की पुस्तिका जांची जा रही है। दोपहर को जैक द्वारा नियुक्त नोडल आफीसर सह स्कूली शिक्षा के अवर सचिव अर¨वद कुमार ¨सह निरीक्षण करने पहुंच गए। कक्ष में घुसने के साथ ही मोबाइल का प्रयोग कर रहे परीक्षकों से मोबाइल लेने का प्रयास किया। पहले से ही मूल्याकंन के दौरान मोबाइल के उपयोग पर रोक लगी है। मोबाइल लेने के क्रम में परीक्षक भड़क गए और सचिव के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद सारे शिक्षक मूल्यांकन कार्य छोड़कर कक्ष से बाहर निकल आए। एक शिक्षक मनोज जान हांसदा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सचिव ने अभद्र व्यवहार करते हुए जाति सूचक गाली दी। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।

हंगामे की खबर मिलने पर जैक अध्यक्ष डॉ. अर¨वद ¨सह व क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक अशोक शर्मा भी पहुंच गए और परीक्षकों से बात की। परीक्षकों का कहना था कि नोडल आफीसर अगर फिर से यहां आए तो कोई भी मूल्यांकन कार्य नहीं करेगा। अशोक शर्मा ने खुद को परीक्षकों का अभिभावक मानते हुए कहा कि सचिव अकेले निरीक्षण करने के लिए नहीं आएंगे। आएंगे तो उनके साथ वह भी रहेंगे। उनके समझाने पर परीक्षकों का गुस्सा शांत हुआ। कहां लेकर जाएं मोबाइल

कॉपी जांचने वाले परीक्षकों का कहना था कि सभी लोग दूर दराज से आते हैं। परिवार व अन्य लोगों से जुड़े रहने के लिए मोबाइल जरूरी है। मूल्यांकन के दौरान मोबाइल के उपयोग पर पाबंदी है लेकिन रखने की कोई व्यवस्था भी नहीं है। अगर केंद्र अधीक्षक मोबाइल रखने की व्यवस्था कर देते तो किसी को कक्ष में मोबाइल लेकर आने की आवश्यकता ही नहीं होती। मूल्यांकन के दौरान स्विच आफ रखते हैं।

निरीक्षण के दौरान कुछ परीक्षक मोबाइल का उपयोग कर रहे थे। मना करने पर भड़क गए और गलत आरोप लगाकर नारेबाजी करने लगे। जो भी आरोप लगाया गया है वह निराधार है। शिक्षक अपनी खामियों को छुपाने के लिए उन्हें निशाना बना रहे थे। नोडल आफीसर के नाते दुमका, जामताड़ा और देवघर में मूल्यांकन कार्य की जांच करने का दायित्व मिला है।

अर¨वद कुमार ¨सह, अवर सचिव सह नोडल आफीसर


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