करैला भर रहा किसानों के जीवन में मिठास
?????? ?????? ?? ??????? ????? ??? ?? ?? ??? ???? ?? ????? ?? ??? ?? ????? ???? ???? ??? ????? ?? ???? ??? ??? ??? ?????????,?????, ????????
दलाही : मसलिया प्रखंड के सुसनिया मैदान में 100 एकड़ भूमि पर करैला की खेती कर रहे रंगामटिया, गुमरो, करमाटांड़ व मोहलीडीह की संयुक्त सीमा पर फैला लगभग 95 किसानों के जीवन में मिठास घोल रही है। बंजर व टांड़ जमीन पर इन किसानों ने अपनी मेहनत के दम पर करैला की पैदावार कर सबको चकित कर दिया है। पारबाद, बटुबथान, सिरमाकाजल गांव के किसान भीम ¨सह, दामोदर ¨सह, बिट्टू कुमार ने कहा कि करैला की खेती के लिए जून और जुलाई माह में खेत तैयार करने के बाद उन्नत किस्म का बीज लगाते हैं। इस कार्य में एक गांव के ही नहीं बल्कि आठ गांव के किसान मिलकर करैला के उन्नत किस्म के बीज सीमरो, नवोधन, यूएस, आकाश समेत कई प्रकार का बीज लगाते हैं और करैला की सफल खेती करते हैं। हालांकि किसानों को इस बात से आक्रोश है कि उनके पास कोई ¨सचाई सुविधा नहीं है। सरकार व प्रशासन का ध्यान भी इस ओर नहीं है। चेतन मंडल, विशु पंडित, गोपाल, कृष्ण, परिमल, निमाई पंडित, सुबल पंडित, भूषण राय, दीपक पंडित हरि, श्याम, तरुण सुकुमार यादव समेत कई किसानों का सरकार से अपेक्षा बस इतनी ही है कि इस जगह दो चार कुआं व एक दो डीप बो¨रग हो जाता तो मेहनत बेकार नहीं जाती। मानसून के भरोसे कई बार फसल बर्बाद हुई है। किसानों का कहना है कि चार महीने तक इसके लिए कोई भी पलायन नहीं करता क्योंकि सबको करैला की खेती का इंतजार रहता है। युवाओं को चार महीने में रोजी रोटी के लिए अन्यत्र जाने की आवश्यकता नहीं होती है।