हड़ताल के ट्रूनेट मशीन से भी जांच ठप
स्थायीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर चल रहे एनआरएचएम के स्वास्थ्यकर्मियों ने शुक्रवार को अपना विरोध जारी रखा और पुराने सदर अस्पताल में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हड़ताल के कारण आरटी पीसीआर सैंपल लेने का काम जहां बेहद धीमा हो गया है वहीं ट्रूनेट से जांच का काम पूरी तरह से ठप हो गया।
24 घंटे से 103 पर लटकी संक्रमित मरीजों की संख्या
न हुई जांच और न ही धनबाद से आयी कोई सैंपल रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, दुमका : स्थायीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर चल रहे एनआरएचएम के स्वास्थ्यकर्मियों ने शुक्रवार को अपना विरोध जारी रखा और पुराने सदर अस्पताल में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हड़ताल के कारण आरटी पीसीआर सैंपल लेने का काम जहां बेहद धीमा हो गया है वहीं ट्रूनेट से जांच का काम पूरी तरह से ठप हो गया।
हड़ताल में डटे स्वास्थ्यकर्मियों ने एक स्वर में कहा कि अब आश्वासन से काम नहीं चलेगा। सरकार को उनकी मांग के प्रति ठोस निर्णय लेना होगा। इस बार किसी तरह का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
हड़ताल की वजह से अब ट्रूनेट मशीन से जांच भी ठप हो गई है। ठीक होने के बावजूद जांच के अभाव में कोविड अस्पताल और कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को छुट्टी नहीं दी जा रही है। पिछले 24 घंटों से कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 103 पर अटकी हुई है। शुक्रवार को न तो ट्रूनेट से एक भी सैंपल की जांच हुई और न ही धनबाद से किसी मरीज की कोई जांच रिपोर्ट ही आई। इस कारण किसी के पॉजिटिव या निगेटिव होने का कोई सवाल ही पैदा नहीं हुआ। सिविल सर्जन डा. अनंत कुमार झा ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल के कारण शुक्रवार को ट्रूनेट से एक भी सैंपल की जांच नहीं हुई। 81 लोगों का सैंपल लेकर आरटी पीसीआर के लिए धनबाद भेजा गया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को धनबाद से कोरोना से संबंधित कोई जांच रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई है, इसलिए कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 167 और सक्रिय संख्या 103 ही है। उन्होंने बताया कि कई ऐसे मरीज हैं जिनकी फॉलोअप जांच की जानी है लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। कोविड केयर सेंटर में भर्ती जरमुण्डी के 28 पुलिस कर्मियों सहित 32 मरीजों का सैंपल चार अगस्त को जांच के लिए धनबाद भेजा गया था, उसकी रिपोर्ट भी अबतक नहीं आई है। कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण नहीं होने के बावजूद, जांच रिपोर्ट के अभाव में उन्हें डिस्चार्ज करना संभव नहीं है।