बालश्रम से बचे पाकुड़ के छह बच्चे
दुमका पाकुड़ की चाइल्ड लाइन की सक्रियता से सोमवार की देर रात पाकुड़ के छह बच्चे बालश्रम करने से बच गए। जिले का दलाल उन्हें काम कराने के लिए धनबाद के गोविदपुर भेज रहा था।
दुमका : पाकुड़ की चाइल्ड लाइन की सक्रियता से सोमवार की देर रात पाकुड़ के छह बच्चे बालश्रम करने से बच गए। जिले का दलाल उन्हें काम कराने के लिए धनबाद के गोविदपुर भेज रहा था। बाल कल्याण समिति और नगर थाना की पुलिस ने सभी बच्चों को बसस्टैंड में एक बस से सुरक्षित निकाल लिया। मंगलवार को सभी बच्चों को पाकुड़ चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार देर रात बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार साह को पाकुड़ चाइल्ड लाइन से सूचना मिली कि पृथ्वीपुर गांव के छह बच्चों को काम कराने के लिए एक दलाल हुमांयू शेख बाहर भेज रहा है। इस समय सभी बच्चे दुमका बसस्टैंड में रांची जानेवाली बस में सवार हैं। अध्यक्ष ने नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोदार को पूरी जानकारी दी। थानेदार ने समिति के अध्यक्ष मनोज साह, सदस्य सुमिता सिन्हा, धर्मेद्र नारायण, राजीव रंजन के साथ बसस्टैंड में दबिश दी और सभी बच्चों को बस से उतारकर कब्जे में लिया। रात को सभी बच्चों को नगर थाना लाया। जहां पूछताछ के बाद सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति अपने साथ ले गई और रात भर बच्चे मोरटंगा स्थित बालक गृह में रहे। मंगलवार की सुबह पाकुड़ से चाइल्ड लाइन के सदस्य दुमका आए और सभी बच्चों को उनको सुपुर्द कर दिया गया। समिति के अध्यक्ष मनोज ने बताया कि बच्चों को सात हजार की तनख्वाह पर धनबाद के गोविदपुर ले जाया जा रहा था। जहां सभी को किसी न किसी होटल मालिक के सुपुर्द किया जाना था। छह बच्चों में दो बालिग जहांगीर शेख व खाले शेख को ही दलाल ने टिकट कटाकर दिया था और कहा था कि बच्चों को गोविदपुर तक भेज दें। चाइल्ड लाइन की सक्रियता से सभी बच्चों को बालश्रम कराने से रोक दिया गया। अब आगे की कार्रवाई पाकुड़ की बाल कल्याण समिति करेगी।