अपराधी-दलाल की सांठगांठ से चल रही सरकार: बाबूलाल
सत्याग्रह आंदोलन के चौथे दिन सोमवार को पार्टी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि अपराधी व दलाल की सांठगांठ से हेमंत सरकार चल रही है।
जागरण संवाददाता, दुमका: दुमका के फूलो झानो चौक पर भाजपा की ओर से अवैध खनन, खनिज संपदा की लूट व राजस्व की चोरी और विभिन्न जनमुद्दों पर आयोजित पांच दिवसीय सत्याग्रह आंदोलन के चौथे दिन सोमवार को पार्टी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि अपराधी व दलाल की सांठगांठ से हेमंत सरकार चल रही है। राज्य में विधि-व्यवस्था चौपट हो गई है। पुलिस और अधिकारी सरकार को टूल्स बनकर काम कर रहे हैं। जल, जंगल और जमीन की रक्षा करने का दंभ भरने वाला झामुमो के लोग ही जल, जंगल और जमीन की लूट में शामिल हैं। खनिज संपदा समेत तमाम अवैध कामकाज झामुमो और सरकार की सह पर हो रही है। प्रदेश में राजस्व की जमकर लूट हो रही है। पूरी व्यवस्था सरकार नहीं हेमंत सोरेन के खजाने को भरने के लिए तय है। उन्होंने कहा कि साहिबगंज से पलामू तक लूट, हत्या, दुष्कर्म और अपराध चरम पर है। पुलिस अधिकारी, जज से लेकर आम और खास सब असुरक्षित हैं। राज्य में बिचौलिया और अपराधियों के इशारे पर ट्रांसफर पोस्टिग का खेल चल रहा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस और अधिकारियों को यह समझ लेना चाहिए कि सरकारें आती-जाती रहती हैं। इसलिए वे सचेत हो जाएं क्योंकि अगर सरकार बदलती है तो ऐसे अधिकारियों को चिह्नित कर दंडित किया जाएगा। हेमंत सरकार आदिवासी और मूलवासी विरोधी है।
---------------------
जज की मौत मामले की तरह रूपा तिर्की मामले की हो जांच: बाबूलाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जज की मौत मामले में तो हेमंत सरकार ने सीबीआइ जांच का आदेश दे दिया है, वहीं साहिबगंज में पदस्थापित आदिवासी पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की की मौत के मामले में हेमंत सरकार खामोश क्यों हैं। इस मामले में उनके विधायक प्रतिनिधि का नाम सामने आ रहा है। कहीं इस डर से तो मामले की जांच सीबीआइ से नहीं कराना चाह रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के सबसे भ्रष्टाचारी अधिकारी को दंडित करने के बजाय इनाम के तौर पर धनबाद का एसपी बनाया गया है। आज राज्य में कोई कायदा-कानून नहीं है।
---------------------
विकास के बाधक सोरेन परिवार को संताल से दें विदाई: बाबूलाल ने कहा कि अगर सही मायने में खनिज सहित अन्य लूट के साम्राज्य को समाप्त करना है तो शिबू सोरेन के पूरे परिवार को संताल परगना से विदा करना होगा। राज्य के समग्र विकास के बाधक इस परिवार को बोरिया-बिस्तर बंधवा कर विदा करना होगा। उन्होंने कहा कि वे मंगलवार को भी सत्याग्रह आंदोलन में शामिल होंगे।
---------------------
संताल परगना में बहू-बेटियां असुरक्षित: इससे पूर्व सत्याग्रह आंदोलन को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री डा. लुइस मरांडी ने कहा कि संताल परगना की स्थिति अराजक है। हिसा का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। यहां की बहू-बेटियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। हेमंत सरकार की कार्यशैली से राज्य की जनता त्राहिमाम कर रही है। युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। प्रदेश प्रवक्ता मिस्फिका ने कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था चौपट है। सत्याग्रह आंदोलन को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभयकांत प्रसाद, देवेंद्र कुंवर, सुरेश मुर्मू, मिस्त्री सोरेन समेत कई नेताओं ने भी संबोधित किया। मौके पर जिला अध्यक्ष निवास मंडल, गौरीशंकर यादव, विवेकानंद राय, धर्मेद्र सिंह बिट्टू, ओम केसरी, रघुनाथ दत्ता, नवकुमार घोष, भुवनेश्वर टुडू, कार्तिक घोष, गट्टू कनानियां, निताई भंडारी, सुभाष दास, लाल्टू नंदी, सहदेव मरांडी, विपिन मंडल, संत सूरदास, श्यामसुंदर भंडारी, रितेश्वर हांसदा, संतोष मिस्त्री, डोमन सिंह समीर मिस्त्री, मोनूधन मुर्मू, अजय पाठक, अमित रक्षित, विश्वजीत सरकार, राधे दर्बे, सचिन लोहार, संतोष सोरेन सचिन सुल्तानिया समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।