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भारत को विश्वगुरु का दर्जा दिलाने को संघ संकल्पित

बासुकीनाथ :  ¨हदू धर्म, सभ्यता और संस्कृति को संवर्धित करते हुए कार्य करना, ¨हदू समाज को संगठित संस्कारित, अनुशासित करते हुए  भारत को पुन: विश्वगुरु का दर्जा दिलाने को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता संकल्पित हैं। भारत में ¨हदूत्व की आस्था को जागृत रखने, ¨हदू एवं ¨हदूत्व को बचाने का उद्घोष जरमुंडी प्रखंड स्थित यज्ञ मैदान में राष्ट्रीय स्वयंसेवकों के तीन दिवसीय शीत शिविर के समापन पर रविवार को स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए संघ के प्रांत प्रचारक सह मुख्य वक्ता रविशंकर ने कही।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 07:52 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 07:52 PM (IST)
भारत को विश्वगुरु का दर्जा दिलाने को संघ संकल्पित
भारत को विश्वगुरु का दर्जा दिलाने को संघ संकल्पित

बासुकीनाथ :  ¨हदू धर्म, सभ्यता और संस्कृति को संवर्धित करते हुए कार्य करना, ¨हदू समाज को संगठित संस्कारित, अनुशासित करते हुए  भारत को पुन: विश्वगुरु का दर्जा दिलाने को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता संकल्पित हैं। भारत में ¨हदूत्व की आस्था को जागृत रखने, ¨हदू एवं ¨हदूत्व को बचाने का उद्घोष जरमुंडी प्रखंड स्थित यज्ञ मैदान में राष्ट्रीय स्वयंसेवकों के तीन दिवसीय शीत शिविर के समापन पर रविवार को स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए संघ के प्रांत प्रचारक सह मुख्य वक्ता रविशंकर ने कही। उन्होंने कहा कि देश के लिए सभी स्वयंसेवक एक होकर निश्स्वार्थभाव से, समर्पित, संगठित भाव से कार्य कर रहे हैं। 1925 में महज एक व्यक्ति से शुरू हुई इस संघ की  93 वर्ष की यात्रा पूरी करनेवाली संगठन है। भारत एक बार पुन: विश्वगुरु के पद पर विराजमान हो इसको लेकर संघ के सभी कार्यकर्ता पूरी निष्ठा के साथ कार्य कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत में सेवा से लेकर सामाजिक कार्यो, संगठनों सभी क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने समाज से छुआछूत, भेदभाव, जातिवाद को दूर करके ¨हदू एवं ¨हदुत्व को संगठित करने की बात कही। कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 1925 से अपने स्थापना काल से ही हिन्दू समाज को निश्स्वार्थ भाव से संगठित करने का कार्य कर रहा है। समाज में जातिवाद, क्षेत्रवाद को समाप्त कर सम्पूर्ण भारत को एकता के सूत्र में पिरोने का काम संघ कर रहा है। संघ पर कई बार प्रतिबंध लगने के बावजूद ये संगठन निरंतर अपने कार्य को गति प्रदान कर रहा है। विपरीत परिस्थितियों जैसे महात्मा गांधी की हत्या का आरोप संघ पर लगाया गया। ¨कतु संघ निíवरोध रूप से आगे बढ़ता गया। आज नोटा का प्रचलन जो चुनाव में चल रहा है ये हमारे लोकतंत्र के लिए घातक है। हम सभी को किसी भी अच्छे उम्मीदवार को ही वोट डालने चाहिए। जिससे देश की जनता को भारत के लोकतंत्र पर विश्वास बना रहे। संघ जब वर्ष 2025 में 100 वर्षो का हो जाएगा तो संघ का काम भारत के प्रत्येक गांव तक पहुंचे ऐसा काम संघ के कार्यकर्ताओं को करने का सुझाव भी दिए। स्वामी विवेकानंद के विचारों का भी भारत के सभी लोग पालन करें ऐसा भी। संघ अकेला एक संगठन 1925 में था ¨कतु आज संघ के कार्यकर्ताओं के द्वारा संघ से प्रेरणा लेकर समाज के विभिन्न  क्षेत्रों में जैसे सेवा, संस्कार,  सुरक्षा आदि क्षेत्रों में भी लगभग 42 संगठन एवं 1000 उपसंगठन प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से पूरे भारत वर्ष में काम कर रहा है। संघ समाज के सभी वर्गो को साथ लेकर काम को करता है। उन्होंने कहा इस कार्य में भारत के प्रत्येक नागरिक भाग लें और मां भारती के गौरवशाली प्रतिष्ठा को पूरे विश्व में परिदृशयित करें। इस कार्यक्रम के पूर्व बासुकीनाथ सोना भवन से लेकर जरमुंडी यज्ञ मैदान तक एवं जरमुंडी से बासुकीनाथ तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने पथ संचलन किया। कार्यक्रम में जिला प्रचारक आशुतोष भारती, जिला संघचालक सोमनाथ दत्त, जिला कार्यवाह प्रमोद कुमार, जिला सह कार्यवाह चंदन राव, मुख्य शिक्षक प्रकाश, प्रार्थना वाचक संतोष कुमार, प्रांत शारीरिक प्रमुख कुणाल कुमार, स्वयंसेवक सीताराम पाठक, मिठू राव, जगदीश यादव, नरेश पण्डा, रविकांत मिश्र, दामोदर पंडा, जयप्रकाश मंडल, शैलेश राव, सुरेश मुर्मू, काíतक राव, राजेश गुप्ता, महेश, कपिल, केशव, विजय प्रसाद, स्वरूप एवं संघ के सभी खंडों व नगरों से आए हुए स्वयंसेवक, जरमुंडी, बासुकीनाथ के कई गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

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