सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर पहरेदारी
सरैयाहा हंसडीहा अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देखते हुए शनिवार को सरैयाहाट प्रखंड के हंसडीहा और सरैयाहाट थाना इलाके में प्रशासन हर छोटी बड़ी गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ग्रामीणों की गतिविधियों पर भी नजर थी। सुबह से ही अंचल अधिकारी द्वारिका बैठा पुलिस निरीक्षक प्रभुनाथ प्रसाद सिंह हंसडीहा थाना प्रभारी अमित लकड़ा सरैयाहाट थाना प्रभारी संजय जनक मूíत व प्रशिक्षु एसआइ आकृष्ट अमन विभिन्न क्षेत्रों का जायजा लेने के साथ साथ सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए थे।
सरैयाहा, हंसडीहा : अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देखते हुए शनिवार को सरैयाहाट प्रखंड के हंसडीहा और सरैयाहाट थाना इलाके में प्रशासन हर छोटी बड़ी गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ग्रामीणों की गतिविधियों पर भी नजर थी। सुबह से ही अंचल अधिकारी द्वारिका बैठा, पुलिस निरीक्षक प्रभुनाथ प्रसाद सिंह, हंसडीहा थाना प्रभारी अमित लकड़ा, सरैयाहाट थाना प्रभारी संजय जनक मूíत व प्रशिक्षु एसआइ आकृष्ट अमन विभिन्न क्षेत्रों का जायजा लेने के साथ साथ सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए थे। पदाधिकारियों ने ऐसे सभी गांवों का दौरा किया जहां दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। हंसडीहा गांधी चौक और सरैयाहाट थाना के सामने पुलिस ने सभी दो पहिया और चार पहिया वाहनों की जांच भी की। हर आने जानेवाले लोगों की गतिविधियों को देखा जा रहा था। हंसडीहा थाना प्रभारी अमित लकड़ा ने सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी तरह की अफवाहों से बचने का आग्रह करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति अफवाह पर ध्यान न दे और इसे न फैलाएं। कहा कि कानून का पालन करना सभी का कर्तव्य है इसलिए ऐसा कोई काम न करे जिससे आपसी सौहार्द बिगड़े। ऐसा पहली बार हुआ जब कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद सभी समुदायों के द्वारा सड़कों पर उतरकर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई। क्षेत्र के दोनों ही समुदायों के लोगों के कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक फैसला आगे चलकर आपसी भाईचारे को और मजबूत करने का काम करेगा। इधर, सरैयाहाट में कोर्ट का फैसला सुनने के लिए लोग सुबह से ही टीवी के पास चिपके थे। सभी दस बजे का इंतजार कर रहे थे कि अयोध्या मसले पर क्या परिणाम आएगा। जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला सुनाया गया तो उसके बाद लोग टीवी छोड़कर अपने काम में लग गए। टीवी देख रहे सरैयाहाट के मनीष कुमार सिंह, मनोज यादव, मनोज शर्मा, विनोद शर्मा, मनोज साह, मुन्ना साह ने बताया कि कोर्ट का फैसला एतिहासिक रहा। इसमें किसी की न हार हुई न किसी की जीत। जिसमें रामलला मंदिर निर्माण ट्रस्ट से कराए जाने एवं अयोध्या में ही मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ अलग जमीन देने के फैसले का सभी ने स्वागत किया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से सरैयाहाट में शांति एवं सौहार्द का वातावरण कायम था।