आवास स्थल दिखाने के नाम पर चुप हो गए प्रधान
रामगढ़ उपायुक्त से शिकायत के बाद गुरूवार को ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम के निदेशक विनय सिकू ने सिलठा बी पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में हुई गड़बड़ी की जांच की। पंचायत भवन में पंचायत के मुखिया ग्राम प्रधान समेत अन्य के साथ बैठक कर सारी जानकारी ली। मुखिया ने बताया कि आवास योजना में लाभुकों का चयन ग्रामसभा के माध्यम से किया जाता है। ग्रामसभा से अनुमोदन के बाद लाभुक का डाटा अपलोड किया जाता है। पंचायत में बिना ग्रामसभा से अनुमोदन किये दर्जनों ऐसे अयोग्य लाभुक हैं जिनका डाटा आवास सॉफ्टवेयर में अपलोड कर दिया गया है। ऐसे भी लाभुक हैं जो प्रधानमंत्री आवास के योग्य नहीं हैं।
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : उपायुक्त से शिकायत के बाद गुरूवार को ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम के निदेशक विनय सिकू ने सिलठा बी पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में हुई गड़बड़ी की जांच की।
पंचायत भवन में पंचायत के मुखिया, ग्राम प्रधान समेत अन्य के साथ बैठक कर सारी जानकारी ली। मुखिया ने बताया कि आवास योजना में लाभुकों का चयन ग्रामसभा के माध्यम से किया जाता है। ग्रामसभा से अनुमोदन के बाद लाभुक का डाटा अपलोड किया जाता है। पंचायत में बिना ग्रामसभा से अनुमोदन किये दर्जनों ऐसे अयोग्य लाभुक हैं जिनका डाटा आवास सॉफ्टवेयर में अपलोड कर दिया गया है। ऐसे भी लाभुक हैं जो प्रधानमंत्री आवास के योग्य नहीं हैं। एक ही परिवार के कई लोगों को अलग-अलग लाभुक बना दिया गया है। पदाधिकारी ने कई ग्राम प्रधान से पूछा कि किस व्यक्ति का दो बार आवास मिला, उसका योजना स्थल दिखायें, कोई स्थल नहीं दिखा पाया। मनरेगा योजना में पूछताछ के दौरान बताया गया कि पंचायत में पांच माह से मनरेगा योजना का कोई भी काम नहीं चल रहा है। इसलिए घटिया काम होने का सवाल ही नहीं उठता है। इस दौरान सिलठा बी पंचायत के मुखिया सोनामुनी मरांडी, प्रधानमंत्री आवास योजना के जिला समन्वयक समीरन मंडल, प्रखंड समन्वयक स्वरूप कुमार गोराय समेत अन्य लोग उपस्थित थे।