साइबर अपराधी को जमानत दिलाने के लिए पुलिस ने छुपाया वारंट
रामगढ़ साइबर अपराध करनेवालों पर पुलिस भी अब मेहरबान हो गई है। उसने साइबर अपराधी को बचाने के लिए जो हथकंडा अपनाया उसने पुलिस प्रशासन को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। रामगढ़ में आनेवाला हर थानेदार ऐसे कारनामे करता है जो पुलिस के लिए परेशानी का कारण बन जाता है। रामगढ़ पुलिस ने झामुमो नेता तारणी मंडल के पुत्र साइबर अपराधी कृष्णा मंडल को जमानत दिलाने के लिए नया हथंकडा अपनाया। मारपीट में जेल भेजा गया कृष्णा बड़ा साइबर अपराधी था। उसके खिलाफ हैदराबाद पुलिस ने वारंट जारी किया था लेकिन कृष्णा को जेल भेजते समय पुलिस ने न्यायालय को अंधेरे में रखकर वारंट को प्रस्तुत नहीं किया और मारपीट में आरोपित को दूसरे दिन जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद आरोपित हैदराबाद पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए फरार हो गया।
रामगढ़ : साइबर अपराध करनेवालों पर पुलिस भी अब मेहरबान हो गई है। उसने साइबर अपराधी को बचाने के लिए जो हथकंडा अपनाया उसने पुलिस प्रशासन को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। रामगढ़ में आनेवाला हर थानेदार ऐसे कारनामे करता है जो पुलिस के लिए परेशानी का कारण बन जाता है। रामगढ़ पुलिस ने झामुमो नेता तारणी मंडल के पुत्र साइबर अपराधी कृष्णा मंडल को जमानत दिलाने के लिए नया हथंकडा अपनाया। मारपीट में जेल भेजा गया, कृष्णा बड़ा साइबर अपराधी था। उसके खिलाफ हैदराबाद पुलिस ने वारंट जारी किया था लेकिन कृष्णा को जेल भेजते समय पुलिस ने न्यायालय को अंधेरे में रखकर वारंट को प्रस्तुत नहीं किया और मारपीट में आरोपित को दूसरे दिन जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद आरोपित हैदराबाद पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए फरार हो गया।
दरअसल रामगढ़ थाना पुलिस ने शनिवार की रात कृष्णा मंडल को गिरफ्तार किया था। कृष्णा मंडल के खिलाफ रामगढ़ थाना में मामूली मारपीट का एक वारंट था। पुलिस ने इसी मारपीट में रविवार को उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया। सोमवार को उसे न्यायालय से जमानत मिल गई। कृष्णा मंडल के खिलाफ साइबर अपराध में हैदराबाद के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नामपल्ली के न्यायालय से भी 19 मार्च 2019 को वारंट निर्गत किया गया था। 18 अगस्त को हैदराबाद की पुलिस कृष्णा मंडल को गिरफ्तार करने रामगढ़ थाना आई और उसके फरार होने पर पुलिस ने वारंट को रामगढ़ थाना में ही छोड़ दिया और थानेदार से अनुरोध किया कि उसे गिरफ्तार कर सूचित करें। इसके अलावा कृष्णा मंडल के खिलाफ विशाखापटनम, रांची, छत्तीसगढ़ समेत कई जगहों पर लोगों का पैसा खाते से उड़ाने एवं धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज है। कई जगहों की पुलिस रामगढ़ थाना पहुंचकर कृष्णा मंडल का सत्यापन भी कर चुकी है। हैदराबाद न्यायालय द्वारा वारंट निर्गत रहने के बाद भी रामगढ़ थाना पुलिस ने न्यायालय में इसका कोई जिक्र नहीं किया। जिसका फायदा सीधा कृष्णा मंडल को मिला तथा वह सोमवार को ही जमानत पर रिहा हो गया। सोमवार की दोपहर हैदराबाद व विशाखापटनम की पुलिस कृष्णा को ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए दुमका न्यायालय आई। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के क्रम में उसे पता चला कि जिस आरोपित को लेने के लिए वह इतनी दूर से आई है, उसे सोमवार को ही जमानत मिल गई। यदि रामगढ़ थाना पुलिस न्यायालय को यह बात बताती कि कृष्णा मंडल के खिलाफ अन्य राज्य का वारंट है तो शायद न्यायालय द्वारा उसे जमानत नहीं दी जाती। शनिवार की रात कृष्णा मंडल की गिरफ्तारी की गई और थानेदार से सूचना मिलने पर हैदराबाद की पुलिस सोमवार दोपहर 11 बजे दुमका आ धमकी। बहरहाल रामगढ़ बाजार में इतने बड़े साइबर अपराधी के गिरफ्तार होने के बाद अगले दिन जमानत पर छूट जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।
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कृष्णा को केवल मारपीट के आरोप में ही न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। हैदराबाद की पुलिस ने पहुंचने में काफी देर कर दी। अगर समय पर पहुंच जाती तो वह उसे रिमांड पर ले सकती थी। साइबर अपराध के वारंट के बारे में कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया।
मनोज कुमार राय, रामगढ़ थाना प्रभारी