दुमका में लीडर स्कूल होगा प्लस टू जिला स्कूल
झारखंड राज्य में चयनित कुल 27 स्कूलों में से एक लीडर स्कूल स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के रूप में प्लस टू जिला स्कूल दुमका भी शामिल है। दुमका जिले से एकमात्र इसी स्कूल का चयन लीडर स्कूल के रूप में किया गया है।
जागरण संवाददाता, दुमका: झारखंड राज्य में चयनित कुल 27 स्कूलों में से एक लीडर स्कूल स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के रूप में प्लस टू जिला स्कूल दुमका भी शामिल है। दुमका जिले से एकमात्र इसी स्कूल का चयन लीडर स्कूल के रूप में किया गया है।
हेमंत सरकार की पहली वर्षगांठ पर सरकार की ओर से इस सौगात को दिए जाने से जिला स्कूल में हर्ष का माहौल है। स्कूल के प्रभारी प्राचार्य दिलीप कुमार झा ने इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार व्यक्त किया है। कहा कि लीडर स्कूल के रूप में चयनित किए जाने के बाद अब प्लस टू जिला स्कूल में सीबीएसई पैटर्न पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की पहल होगी। कहा कि सरकार के स्तर से विद्यालय में बेहतर पठन-पाठन का माहौल, मैनेजमेंट, विद्यालय का सामरिक विकास, उत्कृष्ट उपलब्धि और ऑनलाइन क्लास के बेहतर संचालन एवं पर्याप्त भौतिक संसाधनों को ध्यान में रखकर जिला स्कूल का चयन किया गया है।
लीडर स्कूल चयनित होने पर डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह, महेंद्र राजहंस, संजीव कुमार सिंह, मुदस्सर सुल्तान, स्नेहलता मरांडी, अमित पांडे, रूपेश झा, रामप्रसाद यादव, नीलांबर कुमार साहा, लखी टुडू, विद्या सुंदर नंदी, अर्चना कुमारी, प्रकाश घोष, शिवराम सिमोन टुडू, सुशीला किस्कू, राजेश कुमार साह, तरन्नुम परवीन, दिलीप कुमार, पाउल हेंब्रम, गुलशन कुमार एवं सुखदेव पाल ने प्रसन्नता जताई है।
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यह है मुख्य उद्देश्य: लीडर विद्यालय खोलने का मुख्य उद्देश्य सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से भी बेहतर बनाना है। मंशा यह की सरकारी स्कूलों में ऐसी व्यवस्था दी जाए कि अभिभावकों के मन में विश्वास हो जाए की सरकारी स्कूल निजी विद्यालयों से कम नहीं हैं। ऐसे माहौल का लाभ स्कूल बच्चों को मिले इसी उद्देश्य से लीडर स्कूल चयनित किए गए हैं।
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यह सुविधाएं होंगी बहाल: सरकार की योजना के तहत लीडर स्कूल को संसाधन संपन्न बनाया जाएगा। इसमें मूलभूत सुविधाओं के साथ बुनियादी ढांचे को भी सुदृढ़ किया जाएगा। इन स्कूलों में सर्वप्रथम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर शैक्षणिक माहौल स्थापित करने के उद्देश्य से शिक्षकों की कमी दूर की जाएगी। लीडर स्कूलों में ज्ञानवर्धक पुस्तकों से सुसज्जित पुस्तकालय के अलावा अटल टिकरिग लैब, स्मार्ट क्लासेस और वोकेशनल शिक्षा की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। एक लीडर स्कूल के पूरी तरह विकसित होने के बाद उस क्षेत्र में स्थित आसपास के विद्यालयों को भी आदर्श और लीडर स्कूल बनाने की कवायद शुरू की जाएगी।