अच्छी नौकरी के लिए व्यक्तित्व विकास भी जरूरी
दुमका संताल परगना कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग में शनिवार को व्यक्तित्व विकास पर सेमिनार का आयोजन किया गया। अध्यक्षता करते हुए डॉ कलानंद ठाकुर ने कहा कि व्यक्तित्व मानसिक व शारीरिक गुणों का एक संगठन है जिसमें ज्ञान व संस्कार भी जरूरी है। आधुनिक युग मे छात्रों को इसकी तैयारी करनी चाहिए।
जागरण संवाददाता, दुमका: संताल परगना कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग में शनिवार को व्यक्तित्व विकास पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
अध्यक्षता करते हुए डॉ कलानंद ठाकुर ने कहा कि व्यक्तित्व मानसिक व शारीरिक गुणों का एक संगठन है जिसमें ज्ञान व संस्कार भी जरूरी है। आधुनिक युग मे छात्रों को इसकी तैयारी करनी चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य परामर्श केंद्र के निदेशक डॉ विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि व्यक्तित्व विकास के अंतर्गत खासकर दो बातें मानसिक योग्यता व शारीरिक सुंदरता आती है। मानसिक योग्यता मे उसकी बौद्धिक क्षमता, चिंतन, तर्क, संवेगात्मक बुद्धि से विद्याíथयों का आत्मविश्वास मजबूत होता है वहीं निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। विद्याíथयों के लिए किसी भी अच्छे नौकरी पाने के लिए डिग्रियां प्राप्त करना ही काफी नहीं है बल्कि समय की मांग के अनुरूप व जॉब के मानकों के अनुसार व्यक्तित्व को भी उसी सांचे में ढालने की आवश्यकता है। यही वजह रही होगी, इसलिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने देश के सभी विश्वविद्यालयों में सीबीसीएस के अंतर्गत विद्याíथयों के व्यक्तित्व विकास को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया। आज निजी कंपनी ज्यादा मार्केट के हिसाब व आने निजी लाभ के लिए ना केवल आकर्षक व प्रभावकारी व्यक्तित्व की मांग करती हैं। विश्वविद्यालयों को भी चाहिए कि ऐसे ही माहौल का निर्माण करें। मौके पर सूर्य सिंह बेसरा, मिक्की हेम्ब्रम, दिनेश टुडू, सोकोल मुर्मू, अमेशी हेम्ब्रम, पूजा कुमारी, सुबोध हांसदा सहित कई विद्यार्थी उपस्थित थे।