कोविड से प्रभावित बच्चों की सुरक्षा-संरक्षण के लिए पंचायत प्रतिनिधि भी संवेदनशील होकर करेंगे कार्य
एक्शन ऐड एसोसिएशन और यूनिसेफ झारखंड द्वारा कोविड से प्रभावित परिवारों और बच्चों के संरक्षण एवं जागरूकता हेतु जिला स्तरीय जागरूकता अभियान का आयोजन लोक कल्याण सेवा केंद्र के सभागार में किया गया।
जागरण संवाददाता, दुमका: एक्शन ऐड एसोसिएशन और यूनिसेफ झारखंड द्वारा कोविड से प्रभावित परिवारों और बच्चों के संरक्षण एवं जागरूकता हेतु जिला स्तरीय जागरूकता अभियान का आयोजन लोक कल्याण सेवा केंद्र के सभागार में किया गया। अभियान का उद्घाटन करते हुए जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा ने कहा कि विभिन्न राज्यों से आए प्रवासी श्रमिकों का स्किल मैपिग और उनके बच्चे जो कठिन परिस्थिति में हैं, उन्हें चिन्हित कर सरकारी योजनाओं से जोड़ने हेतु सरकारी विभाग और पदाधिकारियों को जिम्मेदार बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना से प्रभावित परिवार जो विपरीत परिस्थिति में हैं उनके बच्चों की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिये पंचायत प्रतिनिधि भी संवेदनशील होकर कार्य करेंगे।
जिला समाज कल्यान पदाधिकारी श्वेता भारती ने वेबिनार के माध्यम से कहा कि असहाय एवं जरूरतमंद बच्चों को स्पॉन्सरशिप और फोस्टर केयर योजना का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में जल्द ही चाइल्डलाइन 1098 प्रारंभ किया जाएगा, जिससे बच्चों को त्वरित रूप से सहयोग प्रदान किया जा सकेगा। प्रमोद कुमार वर्मा जिला समन्वयक यूनिसेफ, एक्शन एड ने जागरुकता अभियान का विषय प्रवेश करते हुए कहा कि कोविड के कारण दुमका जिला में हजारों श्रमिक एवं उनके बच्चे वापस आए हैं, उन बच्चों को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के मानदंड के अनुसार कठिन परिस्थिति के बच्चों का मैपिग करने हेतु योजना है। कहा कि जो बच्चे विद्यालय से बाहर हैं या विद्यालय में नामांकित नहीं हैं, उन्हें भी कठिन परिस्थिति में रहने वाले बच्चों की श्रेणी में रखा जाएगा। इसमें जिला में कार्यरत स्वयं सेवी संस्थाएं, पंचायत प्रतिनिधि, तेजस्विनी और जेएसएलपीएस का सहयोग लिया जाएगा।
प्रीति श्रीवास्तव, यूनिसेफ झारखंड ने वेबिनार के माध्यम से बताया कि कोविड 19 से प्रभावित बच्चों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक गांव, वार्ड, प्रखंड, एवं जिला स्तर पर बाल संरक्षण समिति का गठन कर उन्हें सशक्त किया जाना चाहिए, ताकि ग्राम स्तर पर प्रत्येक माह बच्चों की ट्रैकिग कर बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल श्रम से बचाया जा सके।
किक अगेंस्ट चाइल्ड मैरिज: जिला समन्वयक ने कहा कि तेजस्विनी क्लब की फुटबाल टीम बनाकर अभियान के रूप में किक अगेंस्ट चाइल्ड मैरिज फुटबॉल मैच का आयोजन कर जागरुकता किया जाएगा। संजीव कुमार, सचिव लोक कल्यान सेवा केंद्र ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनोज साह, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्रा, सुनील कुमार जिला समन्वयक प्रदान ने भी अपने विचार रखे। मौके पर सिनी, विकलांग सेवा समिति, मानवी, प्रयास फाउंडेशन, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे।