पहाड़यिा स्कूल में दूसरे का नामांकन बर्दाश्त नहीं
दुमका : पहाड़िया स्कूल में किसी दूसरी जाति के बच्चे के नामांकन पर रोक लगाने समेत चार मांगों को लेकर म
दुमका : पहाड़िया स्कूल में किसी दूसरी जाति के बच्चे के नामांकन पर रोक लगाने समेत चार मांगों को लेकर मंगलवार को पहाड़िया लैंड मुक्ति सेना के सदस्यों ने आयुक्त कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। आयुक्त को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा।
सुबह 10 बजे से कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में महिला व पुरुषों का जुटान शुरू हो गया था। सेना के लोग अलग-अलग टुकड़ों में बंटकर धरना का नेतृत्व कर रहे थे। सभी के हाथ में पार्टी का झंडा था। धरना का नेतृत्व कर रहे केंद्रीय महासचिव अरिजनल ¨सह पहाड़िया ने कहा कि सरकार पहाड़िया जाति का अस्तित्व समाप्त करना चाहती है। पहले पहाड़िया स्कूल में केवल समुदाय के बच्चों का ही नामांकन होता था। अब केवल 25 फीसद पहाड़िया और बाकी सीट पर दूसरे समुदायों के बच्चों का नामांकन लिया जाता है। सरकार की इस सोच को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। हर हाल में पहाड़िया बच्चे का ही नामांकन स्वीकार किया जाएगा। अगर इस मांग की अनदेखी की गई तो सभी पहाड़िया स्कूलों में तालाबंदी कर दी जाएगी।
बिहार अध्यादेश 1994 को यथावत रखा जाए। आवासीय विद्यालयों में संतालों व अन्य जातियों के बच्चों के नामांकन के निर्णय को रद किया जाए। बिहार की नियमावली को लागू किया जाए। पहाड़िया कल्याण विभाग को फिर से बहाल किया जाए। जाति की शिक्षा व विकास की योजनाओं का संचालन पहाड़िया कल्याण विभाग से कराया जाए। धरना देने वालों में केंद्रीय अध्यक्ष देवेंद्र देहरी, जागेश्वर ¨सह, मुकेश कुमार, सोनू देहरी व मनोज देहरी मौजूद थे।