एक-एक बूंद वर्षाजल संचयन कर बचाई जा सकती जिदगी
चिकनियां बारिश के हर एक बूंद को सहेजने की कोशिश धीरे-धीरे जनआंदोलन का रूप ले रही है। दैनिक जागरण व राज्य सरकार का यह संयुक्त प्रयास है कि भविष्य के जलसंकट से अभी ही आनेवाली पीढ़ी को सचेत कर दिया जाए। इसी के तहत मसलिया एवं जामा में कई कार्यक्रम हुए। मसलिया के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में गुरुवार को पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मसलिया/ दलाही/ चिकनियां : बारिश के हर एक बूंद को सहेजने की कोशिश धीरे-धीरे जनआंदोलन का रूप ले रही है। दैनिक जागरण व राज्य सरकार का यह संयुक्त प्रयास है कि भविष्य के जलसंकट से अभी ही आनेवाली पीढ़ी को सचेत कर दिया जाए। इसी के तहत मसलिया एवं जामा में कई कार्यक्रम हुए। मसलिया के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में गुरुवार को पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय के द्वारा गठित की गई जलसेना ने गड्ढा-खुदाई में काफी उत्साह दिखाया। विद्यालय के वार्डेन सीमा रानी दत्ता एवं सभी शिक्षकों ने जलसंचयन एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए विद्यालय परिसर में कई तरह का पौधारोपण किया। मौके पर वार्डेन सीमा रानी दत्त ने उपस्थित सभी छात्राओं को जलसंचयन करने के विभिन्न उपायों को बताया। साथ ही कहा कि जल ही जीवन है। इसका संचयन करना आवश्यक है। जलसंचयन को लेकर लोगों को जागरूक करें। जल के महत्व को समझाएं। लोगों को बताएं कि घर के बहते पानी का भी संचय करें। साथ ही घर के बाहर चापाकल का बेकार बहते पानी को संचित करें। ताकि आनेवाले दिनों में संकट से बचा जा सके। उन्होंने सभी को पौधारोपण करने का भी संकल्प दिलाया। इस अवसर पर जलसेना शिला कुमारी, प्रियंका कुमारी, स्टेनशिला टूडू, छोटी टूडू, मिथिला कुमारी, कारमेली हांसदा, दीपा खां, सोनाली सोरेन, जानकी कुमारी, रिकू कुमारी, सहित विद्यालय की शिक्षिका मेरिका मरांडी, ममता रानी, मुक्ता एक्का, दीपा पन्ना, अजय कुमार झा, मौजूद थे। मसलिया प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिदपहाड़ी 1 में जलसेना का गठन कर गड्ढा खोदा गया। विद्यालय के प्राचार्या ने दस सदस्यीय छात्र-छात्राओं का सेना गठन किया। जिसमें अंजनी सोरेन, ज्योति कुमारी, अमरदीप मुर्मू, मीरा पूजहरनी, शिवम भंडारी, रमेश पंडित, सोनाली कुमारी, दिवाकर मिर्धा, संजीत राय, काजल कुमारी शामिल हैं। मौके पर प्रधानाध्यापिका मीनूका मरांडी ने जल संग्रहण के बारे में बताया कि जल ही जीवन है। जल के बिना जीवन की कल्पना ही अधूरी है। हमें जरूरत है इस जल को संचयन करने की। जलसंचयन करने से मिट्टी की उर्वरता व पृथ्वी पर जल स्तर बना रहता है। कार्यक्रम में शिक्षक लक्ष्मण राय के साथ सीमा कुमारी राधिका कुमारी,
प्रेमानंद मिर्धा, कृष्णा, शिवशंकर, विक्रम मिर्धा, दिनेश राय, दीपक पंडित, ज्योति कुमारी, दीपक मिर्धा, संजय पंडित, राहुल सोरेन, मृत्युंजय बास्की, भूमेश्वर राय, बासकी राय आदि ने भाग लिया।
जामा में भी आयोजन
जामा प्रखंड के ड्रीम लैंड एकेडमी कैराबनी में बच्चों ने पौधारोपण कार्यक्रम किया। जिसमें 50 से अधिक फलदार व अन्य पौधों को लगाया गया। पौधारोपण के बाद व्यवस्थापक विनोद कुमार ने कहा कि पौधा जब बड़ा होकर वृक्ष बनता है। तो वृक्ष से ही हमें हवा, पानी, भोजन, वस्त्र सहित सारी मूलभूत सुविधाएं मिलती हैं। सूर्य का तापमान बढ़ने से जलस्तर काफी नीचे जा रहा है जिसे अधिक से अधिक पौधरोपण करके ही रोका जा सकता है। और सभी बच्चों को बताया कि अपने-अपने जन्मदिन पर घर में दो-दो पौधा जरूर लगाएं और देखभाल करें। शिक्षक त्रिवेणी यादव ने बताया कि ग्लोबलवाíमंग के कारण विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। ओजोन के परत में भी छिद्र हो जाने से वायुमंडल का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसे पौधा लगाकर ही रोका जा सकता है। छात्रों को पौधा लगाने की सलाह दी ओर उसे संरक्षित रखने का शपथ दिलाया। शिक्षिका स्वीटी ने कहा कि यदि मनुष्य एक वृक्ष काटते हैं तो उसे पांच वृक्ष लगाना चाहिए। वृक्ष ही हमें फल, फूल, अनाज सहित विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान करती है। मौके पर शिक्षक वामदेव यादव, अविनाश पंडित, पिकी कुमारी, रूपा कुमारी, मुनमुन सहित स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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