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सीएस कार्यालय में बाहरियों का प्रवेश बंद

लगातार स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने के बाद दूसरे के इलाज का दंभ भरने वाला स्वास्थ्य महकमा सहम गया है। खुद को संक्रमण को बचाने के लिए सिविल सर्जन ने अपने कार्यालय परिसर में किसी बाहरी के प्रवेश पर रोक लगा दी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Apr 2021 07:38 PM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 07:38 PM (IST)
सीएस कार्यालय में बाहरियों का प्रवेश बंद
सीएस कार्यालय में बाहरियों का प्रवेश बंद

जागरण संवाददाता, दुमका: लगातार स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने के बाद दूसरे के इलाज का दंभ भरने वाला स्वास्थ्य महकमा सहम गया है। खुद को संक्रमण को बचाने के लिए सिविल सर्जन ने अपने कार्यालय परिसर में किसी बाहरी के प्रवेश पर रोक लगा दी है। गार्ड की अनुमति के बाद ही अगर अधिकारी चाहेंगे तो उन्हें कार्यालय परिसर में प्रवेश दिया जाएगा।

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पिछले साल भी कोरोना ने कहर ढाया था, लेकिन इस बार दूसरी लहर और लगातार संक्रमित हो रहे स्वास्थ्य कर्मियों की वजह से सिविल सर्जन डा. अनंत कुमार झा को कड़ा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा। सिविल सर्जन के आदेश पर कार्यालय परिसर में प्रवेश करने वाले मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया गया। एक गार्ड को तैनात कर दिया गया। पास की दीवार पर विभिन्न विभाग में काम करने वाले कर्मियों का नाम और मोबाइल नंबर चस्पा कर दिया गया है। तैनात गार्ड को कड़ा निर्देश दिया गया है कि किसी को बाहरी को प्रवेश नहीं देना है। अगर कोई सीएस या दूसरे कर्मियों से मिलना चाहता है तो उसे पहले उस नंबर पर काल कर कर्मी या पदाधिकारी से अनुमति लेनी होगी। अगर अंदर से मिलने की हां हो गई तो ही गार्ड अंदर प्रवेश की अनुमति देगा।

अनुमति लेकर कर सकते हैं मुलाकात, अनावश्यक प्रवेश पर रोक: सीएस का कहना है कि कार्यालय परिसर में काम करने वाले दूसरे कर्मियों की सुरक्षा को देखते हुए ही ताला बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जरूरतमंद अनुमति लेकर मुलाकात कर सकते हैं। अनावश्यक प्रवेश पर रोक लगाई है।

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व्यवस्था से रोष: कोरोना के लिए काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि अब अगर विभाग का मुखिया खुद को दूसरे से मिलने के लिए पहरे में रहेगा तो उनका क्या होगा। दिन रात लोगों के बीच रहकर काम करना पड़ता है। जब अधिकारी अपनी सुरक्षा पहले सोचेंगे तो दूसरे कर्मियों का मनोबल तो गिरेगा। पदाधिकारी को आगे आकर मनोबल बढ़ाना चाहिए या फिर खुद को देखना चाहिए?


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