अब आसान नहीं होगा सदर अस्पताल से चादर चुराना
दुमका सदर अस्पताल से अब मरीजों के बेड पर बिछाई जानेवाली चादर चोरी करना आसान नहीं होगा। अस्पताल प्रबंधन लगातार हो रही चोरी को रोकने के लिए अब चादर पर अस्पताल का नाम लिखवाएगा। नाम नहीं छपने की वजह से अभी 21 चादर स्टाक में रखी हुई है। दरअसल अस्पताल से लंबे समय से चादर बर्तन और कंबल की चोरी होती रही है। कई बार इसे रोकने का प्रयास किया गया लेकिन उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली।
दुमका : सदर अस्पताल से अब मरीजों के बेड पर बिछाई जानेवाली चादर चोरी करना आसान नहीं होगा। अस्पताल प्रबंधन लगातार हो रही चोरी को रोकने के लिए अब चादर पर अस्पताल का नाम लिखवाएगा। नाम नहीं छपने की वजह से अभी 21 चादर स्टाक में रखी हुई है।
दरअसल अस्पताल से लंबे समय से चादर, बर्तन और कंबल की चोरी होती रही है। कई बार इसे रोकने का प्रयास किया गया लेकिन उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली। बर्तन चोरी रोकने के लिए मरीजों को घर से बर्तन मंगवाएं जाते थे। जो नहीं लाते थे, वे बाहर से लाकर काम चलाते थे। हाल के कुछ दिन में बर्तन चोरी तो थम गई लेकिन चादर चोरी रूकना कम नहीं हुआ। लगातार हो रही चोरी को रोकने के लिए बेड पर चादर बिछना कम हो गया। गुरुवार को समाज कल्याण मंत्री लुईस मरांडी ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो कई मरीज ने उनके सामने चादर नहीं देने की शिकायत की। मंत्री ने उपाधीक्षक को चादर की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। अस्पताल प्रबंधन चादर होते हुए भी चोरी के डर से बिछाना नहीं चाहता है। लेकिन मंत्री के निर्देश के बाद विभाग ने अब सभी बेड पर चादर बिछाने का निर्णय लिया है। सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा ने बताया कि अब सभी चादर पर अस्पताल का नाम लिखवाने के बाद ही बेड पर चादर बिछाई जाएगी। इससे काफी हद तक चोरी पर लगाम लगेगी। हो सकता है कि जिस घर में चोरी की चादर बिछेगी, वहां से कोई चादर के बारे में बता दे। इसलिए अब हर चादर पर अस्पताल का नाम लिखा हुआ मिलेगा।