मनोनयन से नहीं चुनाव से होगा समिति का पुनर्गठन
दुमका रौनियार वैश्य परिषद ने अपने संविधान को संशोधित कर दिया है। संगठन को मजबूत व पारदर्शी बनाने की नीयत से इसमें परिवर्तन किया गया है। सोमवार की रात शिव पैलेस में हुई कार्यकारिणी की बैठक में तय हुआ कि संगठन का पुनगर्ठन अब मनोनयन से नहीं बल्कि चुनाव से होगा। सर्वसम्मति से तय हो गया कि नई कमेटी के लिए 12 अप्रैल को चुनाव होगा। इससे पहले नामांकन की पूरी प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। चुनाव कमेटी इसकी घोषणा करेगी और सारी प्रक्रियाओं को पूरा करने वाले ही चुनाव में भाग ले सकेंगे।
जागरण संवाददाता, दुमका: रौनियार वैश्य परिषद ने अपने संविधान को संशोधित कर दिया है। संगठन को मजबूत व पारदर्शी बनाने की नीयत से इसमें परिवर्तन किया गया है। सोमवार की रात शिव पैलेस में हुई कार्यकारिणी की बैठक में तय हुआ कि संगठन का पुनगर्ठन अब मनोनयन से नहीं बल्कि चुनाव से होगा। सर्वसम्मति से तय हो गया कि नई कमेटी के लिए 12 अप्रैल को चुनाव होगा। इससे पहले नामांकन की पूरी प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। चुनाव कमेटी इसकी घोषणा करेगी और सारी प्रक्रियाओं को पूरा करने वाले ही चुनाव में भाग ले सकेंगे।
चुनाव समिति के प्रेम कुमार साह ने बैठक की जानकारी देते कहा कि कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश साह को सर्व सम्मति से लिए गए निर्णय पर पांच साल के लिए संगठन से निष्कासित कर दिया गया है। इस अवधि में वह चुनाव में भी भाग नहीं ले सकते हैं। चुनाव समिति और संरक्षक ने निबंधित डाक से प्रकाश साह से जवाब भी मांगा था। जिसका जवाब भी समय सीमा में नहीं दिया गया। जिस कारण यह निर्णय लिया गया। संरक्षक राजेंद्र प्रसाद साह की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश साह, हीरालाल साह, लक्ष्मी नारायण, चंद्रभूषण साह, संजय साह, रामदेव साह, राजेश प्रसाद साह समेत तमाम सदस्य मौजूद थे।