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तालझारी में बीच सड़क में मिला एनजीओ कर्मी का शव

दुमका तालझारी थाना की पुलिस ने मंगलवार की देर रात लारगंजो गांव के समीप बीच सड़क में 34 साल के तुलसी मिर्धा का शव बरामद किया। व्यक्ति का गला छिला है और शरीर में रगड़ के निशान हैं। युवक की हादसे में मौत हुई है या फिर हत्या के बाद शव को लाकर सड़क पर रख दिया गया। पुलिस किसी नतीजे पर पहुंचने की बजाय पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 06:01 PM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 06:46 AM (IST)
तालझारी में बीच सड़क में मिला एनजीओ कर्मी का शव
तालझारी में बीच सड़क में मिला एनजीओ कर्मी का शव

दुमका : तालझारी थाना की पुलिस ने मंगलवार की देर रात लारगंजो गांव के समीप बीच सड़क में 34 साल के तुलसी मिर्धा का शव बरामद किया। व्यक्ति का गला छिला है और शरीर में रगड़ के निशान हैं। युवक की हादसे में मौत हुई है या फिर हत्या के बाद शव को लाकर सड़क पर रख दिया गया। पुलिस किसी नतीजे पर पहुंचने की बजाय पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही हैं। व्यक्ति के करीबी व परिजन इसे हत्या मान रहे हैं और पुलिस संदेह के आधार पर पुलिस को दो लोगों का नाम भी दिया है। पुलिस एक युवक से पूछताछ कर रही है।

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रात को ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने बीच सड़क से युवक का शव कब्जे में लिया। उसकी जेब से मिले मोबाइल से पुलिस ने परिजनों को सूचित किया। रात को ही पुलिस शव कब्जे में लेकर थाना आ गई। आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम हाउस के बाद परिजन नरेश तूरी ने बताया कि तुलसी देवघर के मोहनपुर में चलनेवाली स्वयंसेवी संस्था संत रविदास के लिए काम करता था। संस्था सांसद आदर्श गांव में निर्माण काम कराती है। घटना की शाम नोनीहाट में रहनेवाले किसी आशीष गुप्ता नामक ठेकेदार ने फोन कर बुलाया था। तुलसी के खाते में काम कराने के एवज में करीब तीन लाख रुपया भी आया था। संदेह जताते हुए कहा कि इसी पैसों को लेकर उसकी हत्या की गई है। उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी। गले में रगड़ के निशान देखकर लगता है कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है। वहीं थाना प्रभारी गगन मित्रा का कहना है कि हत्या है या फिर हादसे में मौत हुई है, यह बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखे नहीं बताया जा सकता है। शव देखकर लगता है कि किसी वाहन की ठोकर लगने से मौत हुई है। हत्या के बाद कोई शव लाकर बीच सड़क में नहीं डालेगा। यह भी हो सकता है कि कहीं और हत्या करने के बाद शव को यहां लाकर हादसे का रूप देने का प्रयास किया गया हो। परिजन की ओर से अभी तक लिखित आवेदन नहीं मिला है। आवेदन में अगर किसी तरह का आरोप लगाया जाएगा तो उसी के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा। परिजनों ने शंभू मिर्धा और आशीष पर शंका व्यक्त की है। शंभू से पूछताछ की जा रही है। आशीष से भी की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।


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