करबला जाकर मुस्लिम समुदाय ने पढ़ी नमाज
दुमका : मुहर्रम पर शुक्रवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में समुदाय के लोगों ने मातमी अखाड़ा
दुमका : मुहर्रम पर शुक्रवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में समुदाय के लोगों ने मातमी अखाड़ा निकालकर एक से बढ़कर एक करतब दिखाकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया। शहर के मुख्य चौराहा टीन बाजार पर समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ करतब को करीब से देखा। सुबह से ही शहर में अखाड़ा निकालने का सिलसिला शुरू हुआ। हर अखाड़ा के साथ सुरक्षाबल के जवान चल रहे थे। अखाड़ा में शामिल युवा से लेकर बड़े ने अपने को कष्ट देकर जो करतब दिखाए, उससे हर कोई चकित रह गया। जमकर प्रदर्शन के बाद जुलूस टीन बाजार पहुंचा। जहां समाज कल्याण मंत्री, नगर परिषद अध्यक्ष श्वेता झा, एसडीओ राकेश कुमार, एसडीपीओ पूज्य प्रकाश, भाजपा जिलाध्यक्ष निवास मंडल, झामुमो के सुभाष ¨सह, राधेश्याम वर्मा, मनोज घोष व बी किस्कू के अलावा अन्य ने करतब देखा। पुलिस पदाधिकारी सुरक्षा का जायजा लेते रहे। करीब नौ बजे तक सभी पदाधिकारी तब तक डटे रहे, जब तक सारे अखाड़ा निकल नहीं गए। देर शाम समुदाय के लोगों ने करबला जाकर नमाज पढ़ी। पूजा के साथ मुहर्रम के जुलूस को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। टीन बाजार पर सारे जवान जुलूस को रास्ता दिखाने में तत्पर थे। दोनों पर्व शांत पूर्वक संपन्न होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।
नोनीहाट : इमाम हुसैन के शहादत त्योहार पर नोनीहाट मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बीते नौ दिनों से मनाए जा रहे मुहर्रम के अंतिम दिन शुक्रवार को ताजिया, निशान और बाजे-गाजे के साथ पहलाम निकाल अस्त्र कला का शानदार प्रदर्शन किया। पहलाम में बेलटिकरी, साधुडीह, लगवा, नवाडीह गांव से निकले जुलूस शामिल हुए और विभिन्न गली मुहल्ले से गुजरते हुए अखाड़ा में शस्त्र का प्रर्दशन किया। नोनीहाट के मस्जिद टोला, बड़ा इमामबाड़ा और बाजार क्षेत्र के छोटी इमामबाड़ा में प्रथम से सप्तमी तक मिलाद, पुरानखानी एवं अष्टमी से फतिहा व मिलाद हुआ। मोजावर गनी शेख और आलम शेख खुशबु द्वारा रस्म पूरी की गई। खिचड़ी तस्कीन की गई। जुलूस के साथ नोनीहाट के 20 पैकड़ शामिल थे और महिला व बच्चे साथ चल रहे थे। आलम खान, जावेद खान, शहबाज आलम, आलम सांई, मुमताज खान, फिरोज आलम, शेख मुन्ना, एहसान जावेद, लारे सुंदर, सलीम आफिज सहित अन्य गांव के मुस्लिम समुदाय के लोग सुव्यवस्था बनाने में सक्रिय थे।
चैंबर ने लगाया शिविर
मुहर्रम पर चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से टीन बाजार चौक में अखाड़ा में शामिल लोगों की सहायता के लिए शिविर का आयोजन किया गया। इसमें शर्बत के अलावा चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की गई थी। आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए शिविर में नगर परिषद के उपाध्यक्ष विनोद कुमार लाल, विजय सोनी, श्यामल किशोर ¨सह, मो. शरीफ, रवि कुमार, सौरभ संतालिया, जतिन कुमार, मुदस्सर हुसैन, कन्हैया मिश्र, राम मंडल, संदीप कुमार, गुलाब मेहरिया के अलावा संताल परगना चैंबर के संयोजक अंजनी शरण व राज वर्मा आदि मौजूद थे।
सरैयाहाट : सरैयाहाट में शुक्रवार को मुहर्रम पर्व शांति एवं शौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। मुहर्रम को लेकर सरैयाहाट एवं बाबूडीह से तजिया के साथ जुलूस निकाला गया। जुलूस मस्जिद से निकल कर सरैयाबस्ती, सरैयाहाट, ककनिया व चरकापाथर होते हुए थाना पहुंचा। जहां अखाड़ा के खेल में युवाओं द्वारा एक से एक करतब दिखाया गया। इसके पूर्व जगह-जगह पर अखाड़ा का जुलूस रूका एवं करतब दिखाए। इस दौरान करतब दिखाने के दौरान दो युवकों की आपस में ही भिड़ंत हो गई। फिर तजिया जुलूस के लाइसेंसधारी ने मामले को शांत कराया। वहीं दूसरी ओर बाबूडीह से तजिया निकला जो झिलवा, भेलबड़ी मुख्य सड़क होते हुए थाना तक पहुंचा। प्रखंड के ¨पडरा, नावाडीह, बंगालीडीह, केंदुआ, रांगा आदि गांवों में मुहर्रम पर्व पर तजिया जुलूस निकाला गया। वहीं शाम होने के पश्चात पहलाम के लिए कब्रिस्तान पहुंचे।
सरैयाहाट के तजिया जुलूस का नेतृत्व सरफुद्दीन आलम कर रहे थे। जबकि बाबूडीह जुलूस का नेतृत्व तैयब अंसारी, मुर्तजा अंसारी एव मतीन अंसारी को करते देखा गया। जुलूस में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो। इसके लिए दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल तैनात थे।
काठीकुंड : काठीकुंड थाना क्षेत्र के मधुबन, पिपरा, पथराकुंडी, आस्ताजोड़ा, बभनडीहा, लखनपुर, मंगलपुर, कादमा, कालाझर, बिछियापहाड़ी, बडतल्ला, आमगाछी, पंदानपहाड़ी, तकरारपुर, तेलियाचक बाजार, में मुहर्रम का पर्व धूमधाम से मनाया गया। मधुबन में पांच गांव एकत्रित कर करतब दिखाया गया। कालाझर गांव में पांच गांव बिछियापहाड़ी, बड़तल्ला, आमगाछी, पंदानपहाड़ी, तकरारपुर, एकत्रित होकर मेला और करतब दिखाते हैं।
गोपीकांदर प्रखंड के खरौनी बाजार में तीन ही परिवार के अल्पसंख्यक के रहने के कारण ताजिया निकालने की बजाय सादगी से पर्व मनाया गया।
यहां पर निकाला गया ताजिया
जिले के जामा, शिकारीपाड़ा, जरमुंडी, मसलिया, रानीश्वर व रामगढ़ में समुदाय के लोगों ने ताजिया निकालकर एक से एक करतब दिखाए। जुलूस में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के पदाधिकारी साथ चल रहे थे।