सिदो कान्हू विवि और आठ कॉलेजों पर धनवर्षा
नैक से मान्यता का लाभ केंद्र ने दी अनुदान की स्वीकृति
नीरज अम्बष्ठ, रांची : केंद्र सरकार ने सिदो कान्हूु विश्वविद्यालय तथा आठ कॉलेजों के लिए धनवर्षा की है। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत इनके आधारभूत संरचनाओं के विकास व अन्य कार्यो के लिए राशि की स्वीकृति मिली है। इन विश्वविद्यालयों को नैक से मान्यता का लाभ मिला है। केंद्र के प्रोग्राम अप्रूवल बोर्ड की हाल ही में हुई बैठक में इसकी स्वीकृति मिली। वहीं, नैक (नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल) से मान्यता (एक्रीडिटेशन) नहीं मिलने के कारण बड़ी संख्या में कॉलेज अनुदान राशि से वंचित हो गए हैं।
केंद्र ने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत दुमका स्थित सिदो कान्हू विश्वविद्यालय को आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए 20 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। वहीं, स्वायत्त कॉलेजों की श्रेणी में रांची वीमेंस कॉलेज को पांच करोड़ रुपये के अनुदान पर स्वीकृति प्रदान की है। इसी तरह, बरही स्थित रामनारायण यादव मेमोरियल कॉलेज को मॉडल डिग्री कॉलेज के रूप में अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया है। केंद्र ने इसके लिए इस कॉलेज को चार करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। छह अन्य कॉलेजों को भी आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए दो-दो करोड़ रुपये देने का निर्णय लिया गया है। दूसरी तरफ, अनुदान स्वीकृति के बावजूद नैक से मान्यता नहीं मिलने के कारण चार कॉलेजों का अनुदान रद कर दिया गया।
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इन छह कॉलेजों को मिलेंगे दो-दो करोड़ :
- घाटशिला कॉलेज, पूर्वी सिंहभूम।
- केओ कॉलेज, गुमला।
- सिंहभूम कॉलेज, चांडिल, सरायकेला-खरसावां।
- केसी भगत कॉलेज, बेड़ो, रांची।
- बीएस कॉलेज, लोहरदगा।
- लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल कॉलेज, जमशेदपुर।
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इन चार कॉलेजों के दो-दो करोड़ के अनुदान वापस :
- बीएन जालान कॉलेज, सिसई, गुमला।
- जीसी जैन कॉलेज, चाईबासा, पश्चिमी सिंहभूम।
- बीएसके कॉलेज, मैथन, धनबाद।
- जीएलके कॉलेज, पलामू।
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नैक को लेकर मंथन 15 को :
राज्य में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय व कॉलेज नैक की मान्यता से वंचित हैं। इस कारण ये राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत अनुदान नहीं ले पाते। अधिक से अधिक विश्वविद्यालय व कॉलेज नैक से मान्यता प्राप्त हों, इसे लेकर 15 अक्टूबर को झारखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसमें नैक मान्यता से वंचित चार विश्वविद्यालय, 14 अंगीभूत कॉलेज तथा 30 स्थायी संबद्धता प्राप्त कॉलेजों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।