सामूहिक प्रयास से थमेगा बाल उत्पीड़न
चाइल्डलाइन दुमका के तत्वावधान में बाल संरक्षण एवं बाल सुरक्षा प्रदान करने के लिए जामा थाना परिसर में रविवार चौकीदार एवं पुलिस कर्मियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, जामा (दुमका): चाइल्डलाइन दुमका के तत्वावधान में बाल संरक्षण एवं बाल सुरक्षा प्रदान करने के लिए जामा थाना परिसर में रविवार चौकीदार एवं पुलिस कर्मियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। इसमें चाइल्डलाइन के केंद्र समन्वयक मधुसूदन सिंह ने बताया कि महिला एवं बाल संरक्षण योजना के तहत 24 घंटे सेवा दी जा रही है। इसका उद्देश्य बाल विवाह, बाल मजदूरी व बाल उत्पीड़न रोकना है। अगर कोई बच्चा खो गया है, या उसके माता-पिता का देहांत हो गया है और उसे आश्रय की आवश्यकता है तो 1098 पर सूचना दें, तुरंत सहायता की जाएगी। सीडब्ल्यूसी शेल्टर होम में उन्हें पनाह दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बाल श्रम के अधिकांश मामले ईंट भट्ठा एवं गैराज में पाए जाते हैं। बताया कि बाल श्रम में लगे वैसे बच्चे, जिनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण वे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं, उन्हें चाइल्डलाइन टीम द्वारा छात्रवृत्ति से जोड़ने का भी प्रयास किया जाता है। दुमका जिले में आठ टीम काम कर रही है और बाल विवाह बाल उत्पीड़न एवं बाल तस्करी आदि समस्याओं को रोकने के लिए गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक किया जाता है। जामा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने पुलिस कर्मियों एवं चौकीदारों को ह्यूमन ट्रैफिकिग, बाल विवाह, बाल मजदूरी एवं बाल तस्करी के बारे में विस्तारपूर्वक कानूनी जानकारी देते हुए सतर्क रहने को कहा।
बैठक में एसआइ रविशंकर, चाइल्डलाइन टीम के सलाहकार मो जीशान अली, सदस्य शांतिलता, इबनुल निक्कू सहित मनोज कुमार खिरहर एवं अन्य चौकीदार उपस्थित थे।