मयूराक्षी विस्थापितों को नहीं मिलेगा मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना का लाभ
रानीश्वर : प्रखंड के मयूराक्षी विस्थापित गरीब किसान मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना का लाभ पाने से वंचित रह जाएंगे। योजना के तहत वहीं किसान आवेदन कर सकता है, जिनके पूर्वज अंतिम सर्वे रिकार्ड में जमाबंदी प्रजा है।
रानीश्वर : प्रखंड के मयूराक्षी विस्थापित गरीब किसान मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना का लाभ पाने से वंचित रह जाएंगे। योजना के तहत वहीं किसान आवेदन कर सकता है, जिनके पूर्वज अंतिम सर्वे रिकार्ड में जमाबंदी प्रजा है। कुमीरदहा पंचायत के सुलूनग गांव के 23 मयूराक्षी विस्थापित आदिवासी किसान, रघुनाथपुर, बांकाकेंद्र आदि गांव के एक दर्जन विस्थापित किसानों ने अंचल अधिकारी अतुल रंजन भगत को आवेदन देकर मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना के तहत अनुदान राशि भुगतान कराने की गुहार लगाई है। प्रथम पंचम वर्षीय परियोजना के तहत मयूराक्षी नदी पर ¨सचाई एवं बिजली उत्पादन के लिए डैम निर्माण कराया गया। डैम के जलाशय में 144 मौजा की 18 हजार एकड़ जमीन जलमग्न हो गई। विस्थापितों को मयूराक्षी पुनर्वास योजना के तहत रानीश्वर, शिकारीपाड़ा एवं सदर प्रखंड के रानीबहाल पंचायत के कई गांव के जमीन के बदले जमीन की बंदोबस्ती की गई है। मयूराक्षी पुनर्वास योजना के तहत छह दशक पूर्व एमआरओ पट्टा निर्गत किया गया। उन किसानों की जमीन को राजस्व विभाग के अधिकार अभिलेख में प्रविष्ट नहीं किया गया। जिस कारण किसान मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना का आवेदन देने से वंचित रह गए। किसान अजीत पाल,, राम शंकर साह, वारीन कुमार सेन, सुनील पाल, स्वपन माल,, शांतु माल, रंजीत माल, परेश माल, नव कुमार पाल, मानस कुमार दत्त, अनिल मरांडी, राजीव सोरेन, रबी लाल मुर्मू व शिवलाल टुडू के साथ पंचायत के एक सौ किसानेा ने राजस्व विभाग के अधिकार अभिलेख में उनका एमआरओ पट्टा की प्रविष्ट कर मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना के तहत अनुदान राशि भुगतान कराने की मांग की है।