बारिश से धान समेत कई फसल बर्बाद
दुमका जिले में दो दिन से लगातार हो रही बारिश की वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। मसलिया और जरमुंडी में धान टमाटर व आलू की फसल को नुकसान हुआ है। समाहरणालय परिसर में पेड़ गिर जाने से कई सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
दुमका : जिले में दो दिन से लगातार हो रही बारिश की वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। मसलिया और जरमुंडी में धान, टमाटर व आलू की फसल को नुकसान हुआ है। समाहरणालय परिसर में पेड़ गिर जाने से कई सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
बारिश की वजह से शहरी जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश की वजह से लोग चाहकर भी घर से बाहर नहीं निकल सके। जो निकले, उनके हाथ में छाता था। कई मुहल्ले की सड़कों में पानी भर गया। समाहरणालय परिसर में पुराना पेड़ गिर जाने से चार सरकारी वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। देर शाम तक गाड़ियों से पेड़ को नहीं हटाया जा सका था। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जानेवाले बच्चों को हुई। सभी को रेनकोट या फिर छाते के सहारे स्कूल आना जाना पड़ा। बासुकीनाथ में बारिश से धान, टमाटर व आलू की फसल को नुकसान पहुंचा है, वहीं दूसरी और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी अक्षय कुमार साह ने बताया कि जरमुंडी प्रखंड में 24 अक्टूबर को 12.6 मिलीमीटर एवं 25 अक्टूबर को 48.5 मिलीमीटर वर्षा हुई है। इससे प्रखंड क्षेत्र की जीवन धारा कही जानेवाली मोतिहारा, धोबेय, टेपरा जैसी नदियों में भी पानी लबालब भर गया है। प्रखंड क्षेत्र के छोटे-मोटे जोरिया (छोटी नदी), तालाब, बांध में पानी लबालब भर गया है। गरीब दिहाड़ी व दैनिक मजदूरी करनेवाले मजदूरों को घर से निकलने का मौका नहीं मिल रहा है। वहीं इक्के-दुक्के घर से बाहर निकले मजदूरों को मजदूरी भी नहीं मिल पा रही है। वहीं आम ग्रामीण व शहरी लोगों ने बाहर निकलने के बजाय घर में ही कैद रहना मुनासिब समझा। सड़क व बाजारों में वाहनों व आमजनों का आवागमन कम था। प्रखंड कृषि पदाधिकारी अक्षय कुमार साह ने बताया कि खेतों में रखी धान की पकी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। लतर वाली फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। जरमुंडी बीडीओ कुंदन कुमार भगत ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत सचिव व रोजगार सेवक को अलर्ट मोड़ में रहने का निर्देश दिया गया है। अब तक प्रखंड क्षेत्र में कहीं से किसी प्रकार के जान माल के बड़े नुकसान की खबर नहीं मिली है।
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लगातार वर्षा से धान की फसल नष्ट
दलाही : मसलिया प्रखंड के इन दिनों लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के खेतों में लगी धान की फसल नष्ट हो गई और बची हुई फसल के खराब होने के आसार बढ़ गए हैं। खुटोजोरी पंचायत के सिगदाडंगाल के दर्जनों किसानों की कई बीघे में रखी पकी धान की फसल नष्ट हो गई है। कई के खलिहान में पानी भर जाने के कारण धान अंकुरित हो रहा है। किसान और भी चितित हैं। किसान साधु रजक का कहना है कि खेत में पानी भर जाने के कारण सारा पका धान खराब हो गया है। धान जमीन में गिरकर झड़ गया। डेढ़ बीघा जमीन पर लगी फसल पूरी तरह चौपट हो गई है।
रवि रजक का कहना है कि साल भर मेहनत करने के बाद जब उसका मेहनताना मिलना था तब पानी सारा मंसूबे पर पानी फेर दिया। विगत वर्ष भी इसी तरह हुआ था। त्योहार के समय खुशी के जगह धान की चिता सता रही है।
महादेव रजक का कहना है कि फसल नष्ट होने के बाद अब मुआवजा की आस है। पिछले साल नुकसान हुआ लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिला।
मधु रजक का कहना है कि धनतेरस के दिन लक्ष्मी घर आती हैं पर यह पानी घर आई लक्ष्मी को बहा ले जा रही है। वर्षा नहीं है यह तो आफत है। सिगदाडंगाल के रुबिलाल मुर्मू डेढ़ बीघा, मधु रजक की सवा बीघा, महादेव रजक की डेढ़ बीघा, साधु रजक की दो बीघा, बुदिलाल मुर्मू की एक, नकुल रजक, रवि रजक समेत कई किसानों की तीन से चार बीघा जमीन में लगी फसल बर्बाद हो गई।
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मसलिया : प्रखंड क्षेत्र में विगत दो दिन से लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। जानकारी के अनुसार किसान खेत में लगी धान की फसल की बर्बादी को लेकर चितित हैं। वहीं दिहाड़ी मजदूर लगातार बारिश के कारण घर में बैठ गए हैं। मजदूर वर्ग को काम में नहीं जा पाने के कारण खाने के लाले पड़ गए हैं। भारी वर्षा एवं हवा के कारण से किसान के धान खेत में गिर गए हैं। लगातार हो रही बारिश से मिट्टी के घर मे रहनेवाले परिवार भी सशंकित हैं कि कहीं दीवार न ढह जाए।