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गरीबों के लिए जीवनदायिनी चलंत अस्पताल

दुमका : दुमका में पहली बार आम लोगों ने बुधवार को रेलवे स्टेशन में लाइफ लाइन एक्सप्रेस में बैठकर आंख संबंधी रोगों की जांच कराई। यह शिविर नौ मार्च तक चलेगा। कोई भी व्यक्ति आधार कार्ड के माध्यम से अपना निबंधन कराकर जांच करवा सकते हैं। जांच के बाद डॉक्टर को ऑपरेशन की आवश्यकता महसूस हुई तो ट्रेन में आपरेशन भी कर दिया जाएगा। बुधवार को समाज कल्याण मंत्री डॉक्टर लुईस मरांडी ने इंपैक्टर इंडिया फांउडेशन और आदित्य बिड़ला केपिटल के सहयोग से चलने वाले 201 वें स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर का उद्घाटन किया। मंत्री ने कहा कि आज से पहले नहीं सुना था कि इस तरह की भी ट्रेन है, जिसमें गरीबों का इलाज किया जाता है। देखने की जिज्ञासा थी। अधिकतर गरीब लोग कई कारणों से इलाज नहीं करा पाते हैं। कराने का प्रयास करते हैं तो उन्हें बाहर रेफर कर दिया जाता था। अब खुद अस्पताल चलकर उनके पास आया है। निस्संदेह चलंत अस्पताल गरीबों के लिए किसी जीवनदायिनी से कम नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 07:00 AM (IST)
गरीबों के लिए जीवनदायिनी चलंत अस्पताल
गरीबों के लिए जीवनदायिनी चलंत अस्पताल

दुमका : दुमका में पहली बार आम लोगों ने बुधवार को रेलवे स्टेशन में लाइफ लाइन एक्सप्रेस में बैठकर आंख संबंधी रोगों की जांच कराई। यह शिविर नौ मार्च तक चलेगा। कोई भी व्यक्ति आधार कार्ड के माध्यम से अपना निबंधन कराकर जांच करवा सकते हैं। जांच के बाद डॉक्टर को ऑपरेशन की आवश्यकता महसूस हुई तो ट्रेन में आपरेशन भी कर दिया जाएगा।

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बुधवार को समाज कल्याण मंत्री डॉक्टर लुईस मरांडी ने इंपैक्टर इंडिया फांउडेशन और आदित्य बिड़ला केपिटल के सहयोग से चलने वाले 201 वें स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर का उद्घाटन किया। मंत्री ने कहा कि आज से पहले नहीं सुना था कि इस तरह की भी ट्रेन है, जिसमें गरीबों का इलाज किया जाता है। देखने की जिज्ञासा थी। अधिकतर गरीब लोग कई कारणों से इलाज नहीं करा पाते हैं। कराने का प्रयास करते हैं तो उन्हें बाहर रेफर कर दिया जाता था। अब खुद अस्पताल चलकर उनके पास आया है। निस्संदेह चलंत अस्पताल गरीबों के लिए किसी जीवनदायिनी से कम नहीं है। उन्होंने देखरेख करने वाले प्रोजेक्ट निदेशक से कहा कि वे लोग कैंसर के रोगियों की पहचान कर उनका इलाज कराने की भी प्रयास करें। अगर किसी चीज में प्रशासन की आवश्यकता महसूस हो तो बिना किसी संकोच के बात करें। हर तरह से मदद की जाएगी। अधिकतर महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर स पीडि़त हैं, उनकी भी जांच की जाए। कहा कि सभी अपने गांव में जाकर लोगों को जांच कराने के लिए प्रेरित करें। ऐसा मौका बार-बार नहीं मिलता है। अच्छे डॉक्टर से इलाज कराना हर किसी के वश में नहीं है। उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि ट्रेन में अलग-अलग चरण में बीमारियों की जांच की जाएगी। लोगों को इसका भरपूर लाभ उठाना चाहिए। रेलवे व स्थानीय मेडिकल टीम मुस्तैदी के साथ अपना काम कर रही है, बस लोगों को आगे आकर इसका लाभ उठाने की आवश्यकता है। मौके पर डीडीसी वरूण रंजन, प्रशिक्षु आइएएस शशि प्रकाश, स्टेशन मास्टर अमरेश कुमार, भाजपा नेता मुकेश अग्रवाल, मृणाम मिश्रा, राजकुमार, समाज सेवी बी. किस्कू, डॉ. रमेश कुमार आदि मौजूद थे। मंच संचालन गौरकांत झा ने किया।

इन रोगों की होगी जांच

आंध्रप्रदेश के प्रोजेक्ट निदेशक अनिल प्रेम सागर ने कहा कि लाइफ लाइन एक्सप्रेस विश्व का पहला चलता फिरता अस्पताल है। अभी तक 200 जगहो पर इसी तरह से लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है। यहां ट्रैन नौ मार्च तक रहेगी। इसके लिए किसी से एक भी पैसा नहीं लिया जाएगा। सबकुछ निश्शुल्क होगा। यहां पर उन रोगों की जांच होगी, जिनका सुधार संभव है। आंख, नाक, कान, गला, हडडी, ओरल, ब्रेस्ट व सर्वाइकल कैंसर के अलावा रक्तचाप, मधुमेह, गर्भाशय संबंधी बीमारी, फटे होंठ, दांत आदि रोगों की जांच की जाएगी।

बीमारी जांच तिथि ऑपरेशन तिथि

नेत्र संबंधी 20 से 22 तक 21 से 25 फरवरी तक

कान 25 से 27 तक 27 से 03 मार्च तक

कटे होंठ 4 व 5 मार्च 5 से 6 मार्च

हड्डी संबंधी 4 से 5 मार्च 5 से 6 मार्च

कैंसर जांच 28 फरवरी से 5 मार्च 08 मार्च

स्ट्रोक 20 फरवरी से 3 मार्च केवल इलाज

दांत संबंधी 28 फरवरी से 5 मार्च ट्रेन में इलाज


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