विजयपुर व भुरभुरी पुल पर आवागमन शुरू
उपराजधानी दुमका ही नहीं बल्कि धनबाद साहिबगंज पाकुड़ कोलकाता आसनसोल और भागलपुर समेत बिहार के यात्रियों को नए साल पर पथ निर्माण विभाग ने तोहफा दिया है।
संवाद सहयोगी, जामा: उपराजधानी दुमका ही नहीं, बल्कि धनबाद, साहिबगंज, पाकुड़, कोलकाता, आसनसोल और भागलपुर समेत बिहार के यात्रियों को नए साल पर पथ निर्माण विभाग ने तोहफा दिया है। इन स्थानों पर आवागमन के लिए अब यात्रियों को रास्ता भटकने या 20-25 किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर गतंव्य तक जाने की बड़ी समस्या से नए वर्ष की पूर्व संध्या पर स्थायी तौर पर छुटकारा मिल गया है।
साल के अंतिम दिन गुरुवार को दुमका-भागलपुर मुख्य पथ पर स्थित भुरभुरी पुल और गोविदपुर-साहिबगंज मुख्य पथ पर स्थित विजयपुर से वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है। दोनों पुलों की मरम्मत के बाद पथ निर्माण विभाग की ओर से गुरुवार को वाहनों के आवागमन के लिए हरी झंडी देने के साथ ही इससे वाहनों का गुजरना शुरू हो गया।
मौके पर पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सतेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि साल के अंतिम दिन दोनों पुल आम जनता के लिए समर्पित कर दिया गया है। इससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। अब सड़क जाम से भी निजात मिल सकेगी। बिहार, बंगाल एवं झारखंड आने-जाने में परेशानी नहीं होगी। मौके पर सहायक शोध पदाधिकारी प्रताप भानु जायसवाल, कनीय अभियंता जितेंद्र मिश्रा, उमा शंकर चौबे, संवेदक प्रतिनिधि मो इफ्तेखार समेत कई मौजूद थे।
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87 लाख रुपये खर्च हुए विजयपुर पुल की मरम्मत पर: गोविदपुर-साहिबगंज मुख्य पथ पर दुमका से सटे विजयपुर पुल पर आवागमन बहाल होने से धनबाद से साहिबगंज, पाकुड़ समेत अन्य शहरों में जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। इसके अलावा कोलकाता, आसनसोल, धनबाद समेत अन्य शहरों में जाने वाली यात्री भी अब सीधे अपने गतंव्य तक जा सकेंगे। अब यात्रियों को जामा के रास्ते जाने की जरूरत नहीं होगी। पुल की मरम्मत के लिए इस रास्ते से होकर 20 नवंबर से आवागमन बंद कर दिया गया था। पुल की मरम्मत पर 87 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
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बिहार, गोड्डा समेत अन्य शहरों में जाने वालों को मिली राहत: दुमका-भागलपुर मुख्य पथ पर जामा थाना क्षेत्र के भुरभुरी पुल पर वाहनों के आवागमन शुरू हो जाने से अब दुमका से भागलपुर, गोड्डा, हंसडीहा समेत अन्य शहरों में जाने वाले यात्रियों को महारो से बासुकीनाथ होकर नोनीहाट की यात्रा करने की जरूरत खत्म हो गई। अब सीधे दुमका से भागलपुर समेत अन्य शहरों में जाना सहज हो गया। इस पुल पर बीते आठ माह से आवागमन बाधित रहने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी हो रही थी। इस पुल की मरम्मत के लिए 37 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।