एक मार्च को विस का घेराव करेंगे झारखंड आंदोलनकारी
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शुक्रवार को मवेशी हाट में मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रफुल्ल ततवा की अध्यक्षता में आंदोलनकारियों की बैठक हुई। इस दौरान दर्जनों आंदोलनकारियों से उनका आधार कार्ड और फोटो लिया गया।
संवाद सहयोगी, रामगढ़ (दुमका): झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शुक्रवार को मवेशी हाट में मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रफुल्ल ततवा की अध्यक्षता में आंदोलनकारियों की बैठक हुई। इस दौरान दर्जनों आंदोलनकारियों से उनका आधार कार्ड और फोटो लिया गया। मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रफुल्ल ततवा ने बताया कि अभी तक मात्र 3872 आंदोलनकारियों को ही सरकार ने चिह्नित किया है। ये सभी आंदोलनकारी को जेल जाने के आधार पर चिह्नित किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में हजारों ऐसे अज्ञात लोग भी है जो आंदोलन में अपना सहयोग तो दिया था लेकिन वे कभी जेल नहीं गए थे। ऐसे लोगों को सरकार आंदोलनकारी नहीं मान रही है। ऐसे छूटे हुए सभी आंदोलनकारियों को उनका सम्मान दिलाने के लिए ही मोर्चा राज्य के सभी जिलों के प्रखंड में बैठक कर रणनीति तैयार कर रही है। वरिष्ठ आंदोलनकारी के माध्यम से ही कनीय आंदोलनकारी की पहचान की जाएगी। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि 1952 आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सभी झारखंड आंदोलनकारी को चिन्हि्त किया जाए। सभी आंदोलनकारी को उनका सम्मान दिलाने के लिए ही एक मार्च को विधानसभा घेराव का निर्णय लिया गया है। इस दौरान रामगढ़ प्रखंड कमेटी का गठन भी किया गया, जिसमें शिवलाल मरांडी को अध्यक्ष, सुशील मुर्मू, सुकलाल मुर्मू एवं बुदाई मरांडी को उपाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं कई लोगों को कार्यकारिणी सदस्य में भी शामिल किया गया है। इस दौरान मोर्चा के जिला अध्यक्ष कालेश्वर सोरेन, बाहा हेंब्रम, मकलू हेंब्रम, सोरेन हेम्ब्रम, लखीचंद्र मड़ैया, बाबूलाल टुडू, मंत्री टुडू, चुंडा टुडू, सुरेश मड़ैया समेत अन्य लोग शामिल थे।