जिला और प्रखंड के समन्वयकों के संपत्ति की हो जांच
दुमका अपने हक व अधिकार के लिए सोमवार को जल सहिया ने शहर में रैली निकालकर पुराने समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन किया और उपायुक्त को राज्यपाल के नाम का छह सूत्री ज्ञापन सौंपा। प्रमंडल से बड़ी संख्या में जल सहिया एटीम ग्राउंड में एकत्र हुई और यहां से रैली के शक्ल में पुराने समाहरणालय परिसर पहुंची। संरक्षक हेमंत स्वर्णकार ने कहा कि प्रदेश में दस साल पहले जल सहिया का चयन किया। इतने साल काम करने के बाद भी कार्य के बदले में उन्हें हर सुविधा से वंचित रखा गया।
फोटो- 16
जागरण संवाददाता, दुमका : अपने हक व अधिकार के लिए सोमवार को जल सहिया ने शहर में रैली निकालकर पुराने समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन किया और उपायुक्त को राज्यपाल के नाम का छह सूत्री ज्ञापन सौंपा।
प्रमंडल से बड़ी संख्या में जल सहिया एटीम ग्राउंड में एकत्र हुई और यहां से रैली के शक्ल में पुराने समाहरणालय परिसर पहुंची। संरक्षक हेमंत स्वर्णकार ने कहा कि प्रदेश में दस साल पहले जल सहिया का चयन किया। इतने साल काम करने के बाद भी कार्य के बदले में उन्हें हर सुविधा से वंचित रखा गया। पिछले साल सरकार ने एक हजार रुपया मानदेय देने की घोषणा की थी लेकिन आधे से कम सहिया को इसका लाभ मिला। सरकार ने इन्हें शौचालय निर्माण कराने का दायित्व दिया। वे समिति की कोषाध्यक्ष के साथ मिलकर इसका निर्माण करातीं हैं। मगर विभागीय अभियंता कमीशन के लिए उनसे काम न करवाकर एनजीओ से कराते हैं। कहा कि सरकार शौचालय निर्माण की जांच कराना चाहती है। जांच से पहले प्रखंड और जिला समन्वयक की संपत्ति की जांच होनी चाहिए। अगर संपत्ति के बिना शौचालय निर्माण की जांच की गई तो इसके खिलाफ जोरदार अभियान चलाया जाएगा। रैली उपाध्यक्ष मंजू देवी के नेतृत्व में निकाली गई।