भारतीय शिक्षा व्यवस्था आज के समय में जरूरी
बासुकीनाथ जरमुंडी प्रखंड अंतर्गत आदिवासी बहुल सुदूर ग्रामीण इलाके में स्थित प्रिया अंजली सरस्वती शिशु मंदिर का वाíषकोत्सव कार्यक्रम शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। आयोजित हुआ। इस वाíषकोत्सव का शुभारंभ सरस्वती माता और भारत माता के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर प्रारंभ किया गया। नित्यव्रतानंद महाराज ने कहा कि शिक्षा को जीवंत रखने के लिए भारतीय संस्कृति की शिक्षा देना अत्यंत आवश्यक है।
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संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ:
जरमुंडी प्रखंड अंतर्गत आदिवासी बहुल सुदूर ग्रामीण इलाके में स्थित प्रिया अंजली सरस्वती शिशु मंदिर का वाíषकोत्सव कार्यक्रम शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। आयोजित हुआ। इस वाíषकोत्सव का शुभारंभ सरस्वती माता और भारत माता के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर प्रारंभ किया गया।
नित्यव्रतानंद महाराज ने कहा कि शिक्षा को जीवंत रखने के लिए भारतीय संस्कृति की शिक्षा देना अत्यंत आवश्यक है। भारतीय संस्कृति के शिक्षा के अभाव में समाज को जोड़ा नहीं जा सकता है। यह एक दूसरे को सहयोग करने की भावना रखती है। सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि शिक्षा के बिना सभी चीज अधूरी है। शिक्षा ही व्यक्ति को आगे ले जाता है। सभी व्यक्तियों के लिए शिक्षा अति आवश्यक है।मौके पर सचिव राजेंद्र सोरेन, लक्ष्मण मंडल, सुरेश मंडल, पवन केसरी, सुरेश मुर्मू, प्रमोद यादव, अमिता रक्षित, अंजना झा, रिकू मोदी, सुरेश मुर्मू, सुशील सोरेन मुन्ना मिश्रा सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। छात्रों की प्रस्तुतिकरण ने दर्शकों का मन मोहा
कार्यक्रम में संदीप मरांडी ने सुभाष चंद्र बोस जयंती पर हिदी में और अंग्रेजी में संभाषण दिया। श्रीमदभागवत गीता पाठ बच्चों के द्वारा किया गया। बच्चियों ने अतिथियों का स्वागत गीत की प्रस्तुति करण की। मौके पर व्यायाम, योग, आसन, पैरेड, कराटे की प्रस्तुति की। छोटी-छोटी बच्चियों ने संथाली नृत्य और नागपुरी नृत्य पेश किया। वहीं विभिन्न ग्रामों से आए पाहन, पुजारी, मांझी हड़ाम और ग्राम प्रधानों का सम्मान अंग वस्त्र और श्रीफल देकर किया गया।