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सफलता का कोई शार्टकट नहीं : क्षेत्रीय निदेशक

बासुकीनाथ : जरमुंडी प्रखंड स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र अदिथि में रविवार को जनवरी 2018 सत्र के विद्याíथ

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Apr 2018 07:28 PM (IST)Updated: Sun, 15 Apr 2018 07:28 PM (IST)
सफलता का कोई शार्टकट नहीं : क्षेत्रीय निदेशक
सफलता का कोई शार्टकट नहीं : क्षेत्रीय निदेशक

बासुकीनाथ : जरमुंडी प्रखंड स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र अदिथि में रविवार को जनवरी 2018 सत्र के विद्याíथयों के लिए परिचय सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन क्षेत्रीय निदेशक अर¨वद मनोज कुमार ¨सह, समन्वयक डॉ. एके मिश्रा सहित अन्य ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। संबोधन में अर¨वद मनोज कुमार ¨सह ने कहा कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है। सफलता पाने के लिए मेहनत के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। एक सजग नागरिक बनने के लिए शिक्षित होना अनिवार्य है। क्षेत्रीय निदेशक ने इग्नू द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों के बारे में बताते हुए कहा कि इग्नू की स्थापना का मुख्य उद्देश्य शहर से लेकर गांव तक में उच्चतर शिक्षा की अलख जगाना है। छात्रों री समस्याओं से अवगत होते हुए उनके समस्याओं का बेहतर ढंग से दूर करने को कहा। निदेशक ने सत्रीय कार्यों का महत्व एवं बनाने का तरीका बताते हुए इसके विभिन्न पाठ्यक्रमों के बारे में बताया। इग्नू के अध्ययन केन्द्र में प्रति सप्ताह होने वाले विशेष कक्षा का लाभ उठाने की बात कही ताकि कठिनाइयों को दूर किया जा सके। केंद्र समन्वयक डॉ. एके मिश्रा बताया कि इग्नू वैसे लोगों के लिये वरदान है जो नियमित कक्षा करने में असमर्थ हैं। उन्होंने इस केंद्र के माध्यम से विद्याíथयों को लाभ उठाने की अपील की। असाइनमेंट एवं सत्रीय कार्य नियमित रूप से समय पर जमा करने, काउंसलर से सही मार्गदर्शन प्राप्त करने का निर्देश दिया। छात्रों को जानकारी दी कि इग्नू एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जो भारत के अलावा गल्फ कंट्री, यूरोपियन कंट्री, अफ्रीकन कंट्री में भी पाठ्यक्रम चलाकर लोगों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य कर रही है। डॉ. एके मिश्रा ने विद्याíथयों को सत्रीय कार्य बनाना, पाठ्य सामग्री, परीक्षा फॉर्म भरना, परामर्श क्लास, पुन: पंजीकरण आदि बिदुओं की जानकारी दी। उन्होंने इस केंद्र के माध्यम से सरकारी एवं गैर-सरकारी क्षेत्रों में कार्य करने वालों, विद्याíथयों को बेहतर लाभ उठाने की अपील की। कहा कि देश भर में इग्नू के दर्जनों रीजनल सेंटर एवं 3000 से अधिक अध्ययन केंद्र हैं। इनमें 500 से ज्यादा प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं एवं इसके माध्यम से करीब 45 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं। बताया कि इग्नू की परीक्षाएं जून एवं दिसंबर माह में आयोजित की जाती है। कार्यक्रम का संचालन परामर्शी उत्तम कुमार दूबे एवं धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी परामर्शी उदित्य कुमार मिश्रा ने किया। इस अवसर पर बीएन अंबष्ठा, उदित्य कुमार मिश्रा, शिक्षाविद् प्रो. निशा रानी, प्रियंका रानी, शिल्पी कुमारी, प्रियंका कुमारी, डॉ. प्रेमनाथ, अशोक तिवारी, डीपी गुप्ता, नंदेश्वर पंडा, डीसी माजी, सी पंजियारा, महेश कुमार, एके तिवारी, निशा रानी, वीसी यादव, कार्यालय सहायक कांग्रेस रजक, देवेन्द्र शर्मा, लक्ष्मण शर्मा सहित विभिन्न जगहों से आये इग्नू के सैकड़ों छात्र-छात्रा मौजूद थे। बीपीपी के बाद सीधे स्नातक, डिप्लोमा एवं प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम करें

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बासुकीनाथ : इग्नू के केंद्र समन्वयक डॉ. एके मिश्र ने इस मौके पर छात्र-छात्राओं को बताया कि पांचवीं अथवा छठीं कक्षा तक की न्यूनतम अर्हतावाले जिसकी आयु न्यूनतम 18 वर्ष या उससे अधिक है वैसे छात्र भी इग्नू के बीपीपी के छह माह के कोर्स में सफलता के उपरांत सीधे बीए, बीकॉम, डिप्लोमा, प्रमाण पत्र, बीएसडब्लू अथवा स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में नामांकन ले सकते हैं। उन्होंने इसे छात्रों के लिये बेहद उपयोगी बताया। बताया कि इग्नू में कक्षाएं काफी आसान है और इसकी पाठ्य सामग्री विश्व स्तरीय है।


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