शरीर व मन स्वस्थ्य होगा तो दुनियां स्वस्थ्य होगी
दुमका प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि की ओर से आयोजित आध्यात्मिक दर्शन मेला के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि ब्रह्माकुमारी बहनें जीवन जीने की कला सीखाती है। आर्ट ऑफ लिविग बताती है। वह बता रही हैं कि कलियुग का समय समाप्त हो रहा है। अब सतयुग आएगा। लेकिन उसके पहले मानसिक रूप से अपने को बदलना होगा। परिवर्तन करना होगा।
दुमका : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि की ओर से आयोजित आध्यात्मिक दर्शन मेला के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि ब्रह्माकुमारी बहनें जीवन जीने की कला सीखाती है। आर्ट ऑफ लिविग बताती है। वह बता रही हैं कि कलियुग का समय समाप्त हो रहा है। अब सतयुग आएगा। लेकिन उसके पहले मानसिक रूप से अपने को बदलना होगा। परिवर्तन करना होगा। यह कोई नहीं करेगा, खुद से करना होगा। मानव संपदा युग प्रवर्तक है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतरराष्ट्रीय फलक पर ला दिया। दुनियां ने उसे अपनाया है। हमारा मानना है कि शारीरिक योग के साथ-साथ मानसिक योग भी करना होगा। शरीर व मन स्वस्थ्य होगा तो दुनियां स्वस्थ्य होगी।
महामहिम ने लोगों से अपील किया कि वह संकल्प लें कि इस नवरात्रा में दृढ़ इच्छाशक्ति से अपने अंदर की काम, क्रोध, लोभ जैसी बुराईयों का परित्याग कर देंगे। ब्रह्माकुमारी का 143 देश में केंद्र है। माउंट आबू में इसका मुख्यालय है। 9 लाख तपस्वी बहनें अपना घर-बार छोड़कर दुनियां को अज्ञानता के प्रकाश से बाहर लाने की राह दिखा रही हैं। कहा कि गीता को केवल याद कर लेने से नहीं होगा, उसकी अच्छाईयों को जीवन में उतारना होगा। कार्यक्रम में निर्देशिका ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि बीके कुसुम, मंत्री समाज कल्याण डॉ. लुईस मरांडी, नप अध्यक्ष श्वेता झा, डीसी राजेश्वरी बी मुख्य रूप से थे। राज्यपाल ने लेजर शो एवं अज्ञानता से लोगों को जगाने के लिए जाग गया कुंभकरण का लाइव शो के साथ-साथ चैतन्य झांकी को भी देखा। उसकी प्रशंसा की। महामहिम रांची से हेलीकॉप्टर से दुमका आई। राजभवन में आदिवासी एवं पहाड़िया से बातचीत कर जाना कि उनको सरकारी योजनाओं को कितना लाभ मिल रहा है। उसके बाद शाम में रांची के लिए प्रस्थान कर गई।