हादसा हुआ तो दुकानदार होंगे जिम्मेदार
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दुमका : नगर परिषद की नोटिस के बाद भी मंगलवार को मुख्य बाजार में जर्जर इमारत में चलनेवाले दो दर्जन दुकानें खुली रही। जबकि सोमवार को इमारत का बड़ा छज्जा गिरने के बाद प्रशासन ने सभी दुकानदारों से दुकान बंद रखने का निर्देश जारी किया। इसके बाद भी दुकानदारों ने सारे खतरे को दरकिनार दुकान खोल दी।
सोमवार को तीन मंजिला जर्जर इमारत का बड़ा छज्जा बीच सड़क में गिर गया। बंदी की वजह से भीड़ नहीं होने के कारण तीन बाइक मलवे की चपेट में आकर चकनाचूर हो गई। भवन की स्थिति को देखते हुए नगर परिषद ने देर शाम सभी दुकानदारों को नोटिस जारी किया। जिसमें कहा कि एक हिस्सा गिर जाने के कारण इमारत पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। जब तक भवन की जांच अभियंता की टीम द्वारा नहीं कर ली जाती है और भवन की रिपोर्ट नहीं आती है, तब भवन में सभी चलनेवाली दुकान बंद रहेंगी। अगर कोई दुकानदार खोलता है और किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटती है तो संबंधित दुकानदार इसके लिए जिम्मेदार होगा। जिस जगह पर मलवा गिरा, वहां पर लोगों की भीड़ लगने नही दें। नोटिस के बाद भी मंगलवार को भवन में चलनेवाली दुकानें खुली रहीं। ऐसा लगता है कि दुकानदार ने सोमवार को इतना बड़ा हिस्सा गिरने के बाद भी दुकान बंद करने की बजाय खुला रखना जरूरी समझा।
वर्जन
नोटिस के माध्यम से दुकान बंद रखने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद भी अगर दुकान खुली है और किसी तरह का हादसा होता है तो इसके लिए दुकानदार के अलावा कोई दूसरा जिम्मेदार नहीं होगा। दुकानदारों को अपने और ग्राहकों के बारे में सोचना चाहिए था।
राकेश कुमार, एसडीओ, दुमका