सरकार ने वादा नहीं निभाकर किया विश्वासघात
सरकार के एक साल पूरा होने के बाद भी झामुमो समेत घटक दलों द्वारा चुनाव में किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाकर आजसू ने मंगलवार को विश्वासघात दिवस मनाया। पुराने समाहरणालय परिसर में धरना देकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार के 22 मुद्दों पर अपनी बात रखी।
जागरण संवाददाता, दुमका: सरकार के एक साल पूरा होने के बाद भी झामुमो समेत घटक दलों द्वारा चुनाव में किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाकर आजसू ने मंगलवार को विश्वासघात दिवस मनाया। पुराने समाहरणालय परिसर में धरना देकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार के 22 मुद्दों पर अपनी बात रखी।
जिला प्रभारी माधव चंद्र महतो ने कहा कि सत्ता में आने पर दावा किया गया था कि पलामू, चाईबासा व हजारीबाग को उपराजधानी का दर्जा दिया जाएगा। सरकारी नौकरी में स्थानीय को 75 फीसद आरक्षण मिलेगा। 25 करोड़ के सरकारी टेंडर सिर्फ स्थानीय लोगों को दिए जाएंगे। खेतिहर मजदूरों को रोजगार के लिए 15 हजार का अनुदान, महिला को नौकरी में 50 फीसद आरक्षण, शिक्षित युवकों को बेरोजगारी भत्ता, पांच साल तक उपयोग में न आने वाली जमीन रैयत को वापस, महिला कर्मी व पारा शिक्षकों के वेतनमान का निर्धारण आदि वादे करके गठबंधन की सरकार बनी थी, लेकिन एक भी वादा सरकार ने एक साल में पूरा नहीं किया है।
जिला सचिव राजू गुप्ता ने कहा कि सरकार ने दावा किया था कि शहीदों के जन्मस्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली महिलाओं को दो हजार प्रतिमाह और पलामू, चाईबासा, गढ़वा, गिरिडीह, दुमका, साहेबगंज व देवघर को 25 हजार करोड़ से विश्वस्तरीय शहर के रूप में विकसित किया जाएगा, लेकिन सरकार ने किया हुआ एक भी वादा नहीं निभाया है। जनता को सरकार की कार्यशैली से अवगत कराने के लिए आजसू को सड़क पर उतरना पड़़ा। धरना में सुजीत मुर्मू, मिथिलेश वर्मा, उमेश पंडा, रमेश मंडल, मनोज राय व आनंद सागर शामिल थे।