हार्डकोर नक्सलियों ने जेल में गुजारी सुकून भरी रात Dumka News
Naxalite in Jail. आत्मसमर्पण करने वाली पीसी दी किरण टुडू प्रेमशीला देवी भगत सिंह सिद्धो मरांडी व सुखलाल देहरी को केंद्रीय जेल लाया गया।
दुमका, अनूप श्रीवास्तव। दुमका पुलिस के समक्ष सरेंडर करने वाले छह नक्सलियों की सोमवार की रात सुकून भरी रही। यह रात उन्होंने जेल में गुजारी। एक समय था, जब इन माओवादियों को हर समय पुलिस का डर सताता था। मुठभेड़ की आशंका में दिन-रात नींद उड़ी रहती थी। बावजूद सरेंडर के बाद वही पुलिस उनकी सुरक्षा में तैनात थी। सोमवार की शाम को आत्मसमर्पण करने वाली पीसी दी, किरण टुडू, प्रेमशीला देवी, भगत सिंह, सिद्धो मरांडी व सुखलाल देहरी को केंद्रीय जेल लाया गया। महिला व पुरुषों को अलग-अलग आमद वार्ड में रखा गया। रात को किसी ने भोजन के मुद्दे पर कोई फरमाइश नहीं की। उन्हें दाल, रोटी, चावल व सब्जी खाने के लिए दी गई, जो आमतौर पर शाम को दी जाती है। प्रेमशीला के पांच माह के बेटे को दूध दिया गया।
जेल सूत्रों के अनुसार, सभी नक्सली पूरी रात आराम से सोते रहे। इससे पहले उन्होंने आपस में खूब बातें कीं। यहां की व्यवस्था से वे संतुष्ट दिखे। उनके साथ विशेष बंदी की तरह व्यवहार किया गया। सुबह पांच बजे सभी सोकर उठे। यहां आकर उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि जेल आकर उन्होंने कोई गलती नहीं की। इनके चेहरे पर नये जीवन की खुशी भी देखी गई। जेल प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा जेलर अश्विनी तिवारी ने बताया कि जेल में इन हार्डकोर नक्सलियों के आने के बाद जेल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। महिला वार्ड में अन्य महिला बंदी तीनों महिला नक्सली का ध्यान रख रही हैं।
मंगलवार को प्रेमशीला के बच्चे को दूध और फल दिए गए। परिवार या इनके करीबी बिना जेल प्रशासन की अनुमति के उनसे नहीं मिल सकेंगे। सभी नक्सलियों को मंगलवार को अलग-अलग सेल में भेज दिया गया। अभी जेल के दूसरे वार्ड में करीब 50 नक्सली हैं। इनसे इनको अलग रखा गया है, ताकि आत्मसमर्पण करने वालों के साथ कोई गलत व्यवहार न करे। सेल में पंखे लगे हैं। स्नान का भी इंतजाम है। महिला नक्सलियों को 85 अन्य महिला बंदियों के साथ रखा गया है।
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