हंसडीहा डेयरी इंजीनिय¨रग कॉलेज में जल्द होगी पढ़ाई : कुलपति
हंसडीहा : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय रांची की इकाई हंसडीहा डेयरी इंजीनिय¨रग कॉलेज में चा
हंसडीहा : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय रांची की इकाई हंसडीहा डेयरी इंजीनिय¨रग कॉलेज में चालू शैक्षणिक सत्र से ही पढाई शुरू होनेवाली है। इसके लिए गुरुवार को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की टीम कुलपति डॉ. पर¨वदर कौशल के नेतृत्व में कॉलेज का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कुलपति डॉ. पर¨वदर कौशल ने बताया कि हंसडीहा डेयरी इंजीनिय¨रग कॉलेज का मुख्य भवन बनकर तैयार है। बीएयू प्रशासन चालू सत्र से ही हंसडीहा इंजीनिय¨रग कॉलेज में पढ़ाई शुरू करने जा रही है। चालू सत्र में जो छात्र एडमिशन लेकर रांची में पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें रांची से हंसडीहा में शिफ्ट किया जाएगा। कुलपति ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जो भी कमी देखने को मिली उन्हें एक महीने के अंदर पूरा करने का निर्देश संबंधित लोगों को दिया गया है। उन्होंने बताया कि चालू सत्र में डेयरी इंजीनिय¨रग कॉलेज हंसडीहा में एडमिशन लेनेवालों में छात्राओं की संख्या ज्यादा रहने के कारण हंसडीहा में गर्ल्स छात्रावास में रूम की संख्या बढाने का प्रस्ताव भी है। निरीक्षण के दौरान डायरेक्टर छात्र वेलफेयर डॉ. एमएस यादव, बीएयू इंजीनिय¨रग डिपार्टमेंट विभाग के अभियंता कृष्णमुरारी, रत्नेश कुमार एवं मनीष कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
मुख्य खबर के साथ बॉक्स के लिए डेयरी क्षेत्र में बेहतर कॅरियर की अपार संभावनाएं
हंसडीहा : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पर¨वदर कौशल ने कहा कि डेयरी क्षेत्र में बेहतर कॅरियर की अपार संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में अच्छी सैलरी के साथ-साथ सम्मान और सुविधाएं भी है। कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों में डेयरी इंजीनियर्स की मांग रहती है। इसे देखते हुए बिरसा कृषि विश्वविद्यालय ने हंसडीहा डेयरी इंजीनिय¨रग कॉलेज में नियमित रूप से दो सत्र से एडमिशन लेकर पढ़ाई भी शुरू कर कर दी है। हंसडीहा डेयरी इंजीनिय¨रग कॉलेज में एडमिशन के लिए प्रतिवर्ष झारखंड संयुक्त प्रतियोगिता प्रवेश परीक्षा पर्षद द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है। चार वर्षीय बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (डेयरी प्रौद्योगिकी) कोर्स के लिए हंसडीहा डेयरी कॉलेज में प्रत्येक सत्र में तीस सीटों पर एडमिशन लिया जाता है। उन्होंने बताया कि सरकार डेयरी इंजीनिय¨रग कॉलेज में बच्चों को विश्वस्तरीय सुविधा मुहैया कराने जा रही है ताकि यहां पढने के लिए आनेवाले छात्र का कैंपस में ही सेलेक्शन हो जाए। रिलायंस जैसी विख्यात कंपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेयरी एवं कृषि उद्योग में तेजी से काम कर रही है, लेकिन यहां के छात्र को इसकी जानकारी नहीं है।