एक सप्ताह में मानदेय नहीं तो उग्र आंदोलन
दुमका विभिन्न मांग को लेकर रविवार को जिला आपूíत कार्यालय परिसर में जलसहिया की बैठक हुई। सात दिन के अंदर मानदेय नहीं मिलने पर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। वहीं अभी तक संघ में संरक्षक का काम करनेवाले हेमंत स्वर्णकार को संघ के लिए किसी तरह का काम नहीं करने के कारण बाहर का रास्ता दिखाने पर सहमति बनी। अगली बैठक में उन्हें संघ से निकाल दिया जाएगा।
दुमका : विभिन्न मांग को लेकर रविवार को जिला आपूíत कार्यालय परिसर में जलसहिया की बैठक हुई। सात दिन के अंदर मानदेय नहीं मिलने पर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। वहीं अभी तक संघ में संरक्षक का काम करनेवाले हेमंत स्वर्णकार को संघ के लिए किसी तरह का काम नहीं करने के कारण बाहर का रास्ता दिखाने पर सहमति बनी। अगली बैठक में उन्हें संघ से निकाल दिया जाएगा।
राज्य जलसहिया सोशल मोबाईलाजर प्रखंड कर्मचारी संघ के बैनर तले जरीना खातून की अध्यक्षता में हुई बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एतवारी महतो ने कहा कि आज तक सहिया को प्रोत्साहन राशि, मानदेय, व अन्य काम के बदले में किसी तरह का मानदेय नहीं मिला है। किसी तरह की प्रोत्साहन राशि देकर भी प्रशासन व सरकार सभी से काम लेती आ रही है। जल से संबंधित सभी कार्य इनको ही मिलने चाहिए। अगर एक सप्ताह के अंदर सभी को प्रोत्साहन राशि नहीं मिली तो विवश होकर उग्र आंदोलन किया जाएगा। एतवारी ने कहा कि अभी तक संरक्षक का काम करनेवाले हेमंत स्वर्णकार को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। आज तक वे एक भी सहिया को उनका अधिकार तक नहीं दिला सके। कभी भी सहिया को रांची नहीं ले जाया गया। उनकी वजह से ही पांच माह से सहिया का मानदेय बंद है। अगली बैठक में उन्हें संघ से निष्कासित कर दिया जाएगा। बैठक में दुलारी मुर्मू, मौसमी सेन, फूलकुमारी देवी, यशोदा देवी, आशालता हेंब्रम, सोना मुर्मू, सावित्री मुर्मू, सुशीला मुर्मू, गीता देवी, प्रिया हेंब्रम, मनीर अंसारी व मंजू देवी आदि शामिल थीं।