वंशवाद की राजनीति को खत्म करने का है अवसर: डॉ. लुइस
दुमका विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की प्रत्याशी डॉ. लुइस मरांडी ने सोमवार को गुमरो पंचायत के बाराडंगाल बांक गुमरो तेतरिया डंगाल नीलकोठी नवजोड़ा सिरमाकाजल पारबाद खिलकनाली जेरूवा समेत कई गांवों में सघन जनसंपर्क अभियान चलाते हुए मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने का प्रयास किया।
संवाद सूत्र, दलाही: दुमका विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की प्रत्याशी डॉ. लुइस मरांडी ने सोमवार को गुमरो पंचायत के बाराडंगाल, बांक, गुमरो, तेतरिया डंगाल, नीलकोठी, नवजोड़ा, सिरमाकाजल, पारबाद, खिलकनाली, जेरूवा समेत कई गांवों में सघन जनसंपर्क अभियान चलाते हुए मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने दुमका के मतदाताओं का अपमान किया है। सोची-समझी रणनीति के तहत दुमका से इस्तीफा देकर उन्होंने अपने भाई बसंत सोरेन को यहां से मैदान में उतारा है, ताकि वंशवाद की राजनीति को आगे बढ़ा सके। यह मतदाताओं के साथ उन कार्यकर्ताओं का भी अपमान है, जिन्हें झामुमो चुनाव लड़ने के लायक नहीं समझता है। डॉ. लुइस ने कहा कि मतदाताओं को अभी इस वंशवाद की जड़ को उखाड़ फेंकने का अवसर मिला है।
डॉ.लुइस ने कहा कि नौ माह में हेमंत सोरेन की सरकार हर मोर्चे पर विफल है। अगर यह सरकार सत्ता में रह गई तो विकास का काम पूरी तरह से ठप पड़ जाएगा। मौके पर विवेकानंद राय, पवन सिंह, नरेश मंडल, संजय कुमार राय, महेंद्र प्रताप झा, दीनबंधु शर्मा, विकास चंद्र यादव, लालमोहन रविदास, विमल पंडित, हेमंत पंडित, संजय राय, राजू राय, कृष्ण मोहन दे, राजेंद्र सिंह, वरुण सिंह, श्यामसुंदर सिंह, कैलाश सिंह, पवन कुमार राय, अजय सिंह, गोर्वधन सिंह आदि थे।